पटना। जेकर उम्मीद छल, भ गेल। उत्पाद मंत्री जमशेद अशरफ कए मंत्रिमंडल स बरखास्त करि देल गेल। ओ शराब घोटाला पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कए पत्र लिखने छलाह। एहि पत्र कए अखबार मे छपलाकबाद अशरफ क विदाई तय मानल जा रहल छल। जल संसाधन मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव कए उत्पाद मंत्री क प्रभार देल गेल अछि। मुख्यमंत्री अशरफ क आचरण कए मंत्री पद क मर्यादा क प्रतिकूल कहला अछि। मुख्यमंत्री कहला,’ उत्पाद मंत्री जे पत्र हमरा लिखलथि अछि ओकर भाषा आ आचरण मंत्री पद क मर्यादा क अनुरूप नहि छल। हुनकर आरोप क मुख्य सचिव अनूप मुखर्जी स जांच करेलाक बाद हुनका मंत्रिपरिषद स बरखास्त करबा क निर्णय लेल गेल अछि। हमरा लग दोसर कोनो रास्ता नहि छल किया कि मुखर्जी क जांच रिपोर्ट मे कईटा गप मंत्रीक खिलाफ छल। मुख्यमंत्री कहला जे सरकार क कामकाज क एकटा तरीका होइत अछि। मंत्री पद क मर्यादा होइत अछि। पद क गरिमा क ख्याल रखबाक चाही। बिहार बदलबा लेल सब किछु कए बदलए पड़त। कोई मंत्री छथि आ फिजूल मे विपक्ष जेकां चरम विरोध क भाषा सेहो बाजि रहल छथि, दूनू कोना संभव अछि। मुख्यमंत्री क कहला जे अशरफ क पत्र क बिंदुवार जवाब दू दिन पहिने पठा देल गेल अछि। हुनका लग दू दिन क समय छल। सरकार पर विश्वास नहि छलेन त इस्तीफा द सकैत छलाह। एहन मंत्री हम नहि राखि सकैत छी, इ हमर विशेषाधिकार छी। हुनका मंत्रिमंडल स हटा देल गेल अछि। ओ निष्पक्ष जांच क मांग केेने छलाह। मुख्य सचिव स जांच करा देल गेल अछि। आब इ कहब जे मुख्य सचिव निष्पक्ष नहि होइत अछि-कोनो मतलब अछि?