बेगूसराय । पिछला दूटा एशियाड मे कांस्य जीत चुकल बिहार क राजेश चौधरी क ध्यान एहि बेर सीधा गोल्ड पर अछि। 12 स 27 नवंबर क बीच ग्वांग्झू मे होइवाला एशियाई खेल क लेल भारतीय नौकायन टीम मे शामिल राजेश क इ आखिरी एशियाड छी। बुसान आ दोहा एशियाई खेल मे विक्ट्री पोडियम पर चढ़ेवाला बेगूसराय क रघुनंदनपुर निवासी राजेश फेर स ओपन लेजर रेडियल क्लास मे भारतीय टीम क अगुवाई करबा लेल तैयार छथि। एहि साल 29 अगस्त कए राष्ट्रपति क हाथ स अर्जुन पुरस्कार प्राप्त करनिहार राजेश एहि बेर स्वर्ण पदक जीत एशियाई खेल स विदाई चाहैत छथि। एकरा लेल ओ चेन्नई क मरीना बीच पर गहन अभ्यास मे जुटल छथि। फोन पर भेल गप मे राजेश कहला जे दोहा मे एक अंक स स्वर्ण पदक आ टाई भेला स सिंगापुर क खिलाड़ी स रजत पदक गंवेबाक मलाल हुनका आइ धरि अछि। एकर भरपाई एहि बेर जरूर कैल जाएत। राजेश कहला -हमर तैयारी पुख्ता अछि। ब्रिटिश कोच पीट कोन्वे स हमरा काफी मदद भेटल अछि। चीन क मौसम क अनुसार स्वयं कए ढाल रहल छी। वजन सेहो कम केलहुं अछि। अर्जुन पुरस्कार लेबा स पहिने टर्की क इस्तांबुल मे हम स्वर्ण पदक जीत चुकल छलहुं। ओ हला जे एहि बेर सबस नीक गप इ अछि जे भारतीय नौका चालन टीम चारि नवंबर कए चीन पहुंच जाएत आ होंगाई बे पर शेनवी वाटर स्पोर्ट्स सेंटर मे अभ्यास करत। 14 नवंबर स रेस शुरू होएत, जेकर समापन 21 कए होएत। सब किछु ठीक रहल त स्वर्ण पदक क रूप मे नववर्ष क सनेस अपन देश आ देस कए जरूर देब। राजेश कहला जे एशियाड क बाद ओ लंदन ओलंपिक (2012) क तैयारी मे जुटताह। आखिरी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट ओलंपिक क लेल क्वालीफाई करब हमर सपना अछि। एकर बाद प्रशिक्षण क क्षेत्र मे काज करब।