• मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क
Esamaad
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
Esamaad

तबाही क 79 साल बाद

January 15, 2013
in संपादकीय, समाचार
A A

दोसरसमाचार

Maithili in Primary Education, Bihar, Mithila, Maithil, Twitter Trend, Maithili ki Padhai, Bihar me Maithili,

प्राथमिक शि‍क्षा मे मैथि‍ली भाषाकेँ पढ़ाई लेल चलाओल गेल ट्वीटर ट्रेंड : भारत संगे नेपालक मैथिल लेलनि हिस्सा

January 5, 2021

सात जिला मे बनत बहुउद्देशीय इंडोर स्‍टेडि‍यम, सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक आ स्विमिंग पुल, केंद्र देलक 50 करोड़

December 26, 2020

एम्स मे शिफ्ट होयत डीएमसीएच क सामान, मार्च मे होएत उद्घाटन, नव सत्र स पढाई

December 26, 2020
होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

December 24, 2020

कुमुद सिंह
15 जनवरी क तारीख तिरहुत क्षेत्र लेल एकटा शाप जेकां अछि। 15 जनवरी, 1934 क भोर 8:29 मे तिरहुत क धरती एहन हिलल जे 11000 गोटे क जान चल गए। एहन भूकंप फेर नहि आयल, मुदा तिरहुत क जे वर्तमान खंडहर भ इतिहास भ गेल ओ 79 साल बाद धीरे-धीरे बिला रहल अछि। कहल जाइत अछि जे खंडहर देखि कए महलक वजूदक पता चलैत अछि, निश्चित रूप स तिरहुत क वजूद मजबूत छल, मुदा आइ एतबा कमजोर किया भ गेल। तिरहुत क लक्ष्मीछ जेना लगैत अछि भूकंप में फाटल जमीन क भीतर चल गेलीह बा हम सब लक्ष्मी कए जमीन मे धंसा देलहुं अछि, दूनू प्रश्न् क उत्तएर नहि भेट रहल अछि। भूकंप एक दिस नष्टे करैत अछि त दोसर दिस नव निर्माणक अवसर सेहो प्रदान करैत अछि, मुदा 79 साल बाद इ विचार करबा लेल ककरो लग समय अछि जे हम ओहि अवसर क केहन उपयोग केलहुं।
आइ हम सब ओहि 11000 लोक क आत्मााक शांति लेल एक ठाम जमा तक नहि भ रहल छी। महज 79 साल मे हम ओहि विपदा कए एना बिसरि गेलहुं अछि जेना ओ सदियो पुरान घटना हुए। जखनकि ओहि विपदाक प्रभाव एखन धरि हमर जीवन पर देखा रहल अछि। हमरा लग आइ धरि नहि त राजनगर सन शहर बचल आ नहि भपटियाही सन स्टेनशन। 79 साल बाद आइ धरि हम ट्रेन स कोसी लंघबाक सपना देख रहल छी। हम कोसी पर रेल पटरी बिछेबा मे 79 साल लगा देलहुं, तखनो एहि तारीख कए बिसरि जाइत छी। हमरा सब कए इ नहि बिसरबाक चाही जे 1934 क भूकंप हमरा सब कए एतबा पाछु क देलक जे वर्तमान मे कोनो आधारभूत संरचना हमरा सब लग 100 साल पुरान नहि अछि, जे अछि ओ क्षतिग्रस्तग भेल संरचनाक नव सवरूप अछि।
1934 क भूकंप क बाद दरभंगा क जेना नव निमा्रण भेल, ओहन नव निर्माण राजनगर सन शहरक नहि भेल, मुदा तिरहुत सरकार आन शहर कए कालांतर मे विकसित करैत रहल। राजनगर जेकां खंडहर कोनो आन शहर हमर सामने नहि अछि। मुजफफरपुर आ मुंगेर कए फेर स ढार कैल गेल। इ सच अछि जे दरभंगा क जेकां विकास आन शहरक नहि भ सकल। दरभंगाक नव निर्माण क पाछु एकर तिरहुत सरकार क मुख्याजलय होएब मुख्यक कारण रहल। महाराजा कामेश्व र सिंह दरभंगाक नव निर्माण लेल दरभंगा इंप्रुभमेंट ट्रस्टव (वर्तमान नगर निगम) क निर्माण केलथि आ वास्तुवविद टेम्लेवर्त आधुनिक दरभंगाक नक्शा् तैयार केलथि। टेम्लेव क कारण स दरभंगा नहि बल्कि देश कए पहिल भूकंपरोधि महल भेटल, जे आइ उपेक्षाक दंश झेल रहल अछि। उपेक्षा त टेम्ले, क क मास्टेर प्लारन क सेहो भेल आ ओकर कईटा प्रति रहबाक बावजूद वर्तमान सरकार आ राज दरभंगा दूनू एहि मास्ट्र प्लाआन कए हरा देलक। ककरो लग एकर कोनो प्रति सुरक्षित नहि अछि। इ त वर्तमान विधायक क इच्छाो आ इ’समाद आ इ’टीवी क मेहनत क फल रहल जे ओकर एकटा प्रति बरामद भेल अछि, जे दरभंगाक आधुनिक स्वतरूप कए बुझबा मे मददगार साबित भ रहल अछि। एहन मे सवाल अछि जे भूकंपक 79 साल बाद हम अपन जमीन लेल केतबा सचेत भेलहुं। प्राकृति आपदा स निपटबा लेल हम केतबा तैयार छी, हम नव निर्माण स केतबा आधुनिक भेलहुं। भूकंप अगर हमरा स बहुत किछु ल लेलक त हमरा एहि मादे बहुत किछु नव भेटल। आइ एहि पर विचार करबाक जरूरत अछि जे ओहि नवका आधारभूत संरचना कए हम केतबा सुरक्षित रखलहुं आ खंडहर कए कौन रूप मे देखबाक प्रयास केलहुं। तिरहुत क वर्तमान हाल देखि इ कहबा मे संकोच नहि जे हमरा सब कए सोच आ दिशा दूनू बदलबाक प्रयास करबाक चाही। हम सब जाहि दिशा मे जा रहल छी ओ हमरा सब कए जमीन स उखाडि रहल अछि आ सोच अपन जमीन क प्रति लगाव कए कम रहल अछि। भूकंपक स धरा क काया नष्टक भेल, मुदा आजुक सोच धरा क आत्माा नष्टन क रहल अछि। पुरान विपदा कए बिसरब एक प्रकार स नव विपदा कए आमंत्रित करब अछि। त आउ भूकंपक 79 साल पूरा भेला पर हम सब ओहि आत्माब क शांति लेल प्रार्थना करि जे ओहि विपदा मे हमरा सब स दूर भ गेलथि। आउ हम हुनक ओहि काज कए पूर्ण करबा मे लागि जे ओ नहि क सकलथि अर्थात तिरहुतक विकास।
maithili news, mithila news, bihar news, latest bihar news, latest mithila news, latest maithili news, maithili newspaper, darbhanga, patna, दरभंगा, मिथिला, मिथिला समाचार, मैथिली समाचार, बिहार, मिथिला समाद, इ-समाद, इपेपर

Tags: bihar newsdarbhangalatest bihar newslatest maithili newslatest mithila newsmaithili newsmaithili newspapermithila newspatnaइ-समादइपेपरदरभंगाबिहारमिथिलामिथिला समाचारमिथिला समादमैथिली समाचार

Related Posts

Maithili in Primary Education, Bihar, Mithila, Maithil, Twitter Trend, Maithili ki Padhai, Bihar me Maithili,

प्राथमिक शि‍क्षा मे मैथि‍ली भाषाकेँ पढ़ाई लेल चलाओल गेल ट्वीटर ट्रेंड : भारत संगे नेपालक मैथिल लेलनि हिस्सा

January 5, 2021

सात जिला मे बनत बहुउद्देशीय इंडोर स्‍टेडि‍यम, सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक आ स्विमिंग पुल, केंद्र देलक 50 करोड़

December 26, 2020

एम्स मे शिफ्ट होयत डीएमसीएच क सामान, मार्च मे होएत उद्घाटन, नव सत्र स पढाई

December 26, 2020
होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

December 24, 2020
हेलीकॉप्टर स आब वैशाली आबि जा सकता सैलानी, पर्यटन विभाग बना रहल अछि कॉमर्शियल हेलीपैड

हेलीकॉप्टर स आब वैशाली आबि जा सकता सैलानी, पर्यटन विभाग बना रहल अछि कॉमर्शियल हेलीपैड

December 20, 2020
फेर स शुरू होएत पंजी सूत्रक पढाई, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय शुरू करत डिप्लोमा कोर्स, genetic relations पर होएत शोध

फेर स शुरू होएत पंजी सूत्रक पढाई, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय शुरू करत डिप्लोमा कोर्स, genetic relations पर होएत शोध

December 19, 2020
Next Post
Esamaad Epaper Website

डाक विभाग क मुहर पर विद्यापति क चित्र

Esamaad Epaper Website

बिहार मे खुलत मर्चेंट नेवी प्रशिक्षण संस्थान

Esamaad Epaper Website

21 फरवरी कए पेश होएत बिहार क बजट

Comments 2

  1. ranjan kumar says:
    12 years ago

    bad sharmak bat aachi.e baras ta nahi bha sakal shrandhanjali.sab gote mil ka agila barakh k taiyari kari aa 11000 aatma ke shanti ke lel kuchh keyal jay

    Reply
  2. Raman Dutt Jha says:
    11 years ago

    1934 k trasdi bhyawah chal.koshi pr railway line k dhwast bhela pr agal bagal ke gaam me rahi rahal parivar jena bichur gel.Bihayal beti k munh dekhwa lel log k sehanta lagal rahi gel.Trasdi e bh gel je Mithila k du bhag bibhakt bh gel or Ek bhag ke Koshi kahi mithilak asmita pr prashn thar bh gel. Janmal gamenay se t hum ahat chaloin sange Mithilak wajud pr seho khatra aib gel.aou hum sab mil ke ohi trasdi ke metewak sankalp li or Mirt atma k shanti lel Ishwar se prarthna kari.

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

टटका समाचार

साहित्य समाद – समटल प्रकाश

प्राथमिक शि‍क्षा मे मैथि‍ली भाषाकेँ पढ़ाई लेल चलाओल गेल ट्वीटर ट्रेंड : भारत संगे नेपालक मैथिल लेलनि हिस्सा

सात जिला मे बनत बहुउद्देशीय इंडोर स्‍टेडि‍यम, सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक आ स्विमिंग पुल, केंद्र देलक 50 करोड़

एम्स मे शिफ्ट होयत डीएमसीएच क सामान, मार्च मे होएत उद्घाटन, नव सत्र स पढाई

होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

हेलीकॉप्टर स आब वैशाली आबि जा सकता सैलानी, पर्यटन विभाग बना रहल अछि कॉमर्शियल हेलीपैड

फेर स शुरू होएत पंजी सूत्रक पढाई, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय शुरू करत डिप्लोमा कोर्स, genetic relations पर होएत शोध

बिहारक पंचायत क वित्‍तीय स्थिति मे भेल सुधार, पहिल बेर भेटत एक हजार करोड़ तकक उपयोगिता प्रमाण पत्र

आइटीआइ छात्र कए नौकरी देबा लेल 200 कंपनी आउत बिहार, मार्च तक तैयार होएत डेटाबेस

बेसी पढ़ल गेल

No Content Available

सर्वाधिकार सुरक्षित। इसमाद डॉट कॉम मे प्रकाशित सभटा रचना आ आर्काइवक सर्वाधिकार रचनाकार आ संग्रहकर्त्ता लग सुरक्षित अछि। रचना क अनुवाद आ पुन: प्रकाशन वा आर्काइव क उपयोग लेल इ-समाद डॉट कॉम प्रबंधन क अनुमति आवश्यक। प्रबंधक- छवि झा, संपादक- कुमुद सिंह, राजनीतिक संपादक- प्रीतिलता मल्लिक, समाचार संपादक- नीलू कुमारी। वेवसाइट क डिजाइन आ संचालन - जया झा।

हमरा स संपर्क: esamaad@gmail.com

  • मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

error: कॉपी डिसेबल अछि