मिथिला लेल जे सहायक छल ओकरा मिथिला क प्रतिद्वंद्वी बना देल गेल
आशीष झा
आखिरकार आंध्रप्रदेश स अलग भ देशक 29म राज्य क रूप में तेलंगाना क गठन क बाट साफ भ गेल। अगिला दू मास मे इ नव राज्य देशक नक्शा पर आबि जाएत। यूपीए समन्वय समिति आ कांग्रेस कार्य समिति तेलंगाना क संग आन कोनो नव राज्य क गठन पर विचार नहि केलक। विशेष कैबिनेट क बैसार मे तेलंगाना कए मंजूरी भेटलाक बाद इ प्रश्न सबहक दिमाग मे उठत जे आखिर तेलंगाना आ मिथिला मे एहन कोन अंतर अछि जे मिथिला कए अलग राज्यक दर्जा नहि देल जा सकल।
देखल जाए त दूनू राज्यक मांग लगभग एक संग उठल छल। सितंबर 1948 तक जतए तेलंगाना क्षेत्र हैदराबाद स्टेट अर्थात निजाम क रियासत मे छल, ओतहि मिथिला क्षेत्र तिरहुत स्टेट (जमींदारी) क अंतर्गत अबैत छल। ओ समय अंग्रेज क राज छल। तेलंगाना क्षेत्र ओहि समय मे हैदराबाद स्टेट क रूप मे ख्यात छल, जखन कि मिथिला क्षेत्र दरभंगा राज क रूप मे विख्यात छल। हैदराबाद अगर देशक सबस अमीर स्टेट आ सबस पैघ मुस्लिम राज्य छल त दरभंगा देशक सबस अमीर जमींदारी छल। भारत क आजाद भेलाक एक साल बाद हैदराबाद कए जबरन इंडियन यूनियन मे अर्थात भारतीय संघ मे शामिल क लेल गेल, जखन कि तिरहुत सरकार कए अस्तित्व खत्म करबा लेल पहिल संविधान संशोधन कैल गेल। एक दिस हैदराबाद स्टेट कए तीन क्षेत्र मे बांटि देल गेल त दोसर दिस तिरहुत स्टेट क जिला क पहचान भ्रमित करबा लेल तिरहुत प्रमंडल आ कोसी प्रमंडल बना दरभंगा राज कए तिरहुत स अलग-थलग क देल गेल। 1956 तक तेलंगाना क्षेत्र क पहचान अलग क्षेत्र क रूप मे रहल। मुदा आइ जेना हैदराबाद स्टेट क किछु जिला कर्नाटक मे चल गेल त किछु हिस्सा महाराष्ट्र मे, तहिना 1952 तक तिरहुत स्टेट क पहचान अलग क्षेत्र क रूप मे रहल। जेना तटीय आंध्र प्रदेश क दबाव मे भारत सरकार तेलंगाना आ हैदराबाद कए आंध्र स्टेट मे शामिल क लेलक। तहिना तिरहुत स्टेट कए कई प्रमंडलीय भाग मे बांटि एकटा केवल एकटा प्रमंडल क नाम तिरहुत प्रमंडल बना ओकरा संकुचित क देल गेल। एहन मे तिरहुत क विकास और तिरहुत संग भेदभाव क क्षेत्र एकटा प्रमंडल भ गेल। जखन कि मिथिला कए महज तीनटा जिला तक सिमटा देल गेल। एहन मे अलग मिथिला राज्यक मांग होइतो रहल त अंग आ तिरहुत क जनता अपना कए एहि शब्द स नहि जोडि सकल। तेलंगाना लेल जेना हैदराबाद महत्वपूर्ण रहल तेना मिथिला या तिरहुत लेल दरभंगा कए महत्वपूर्ण नहि बनाउल गेल। मिथिलाक राजधानी जनकपुर बनल रहल त तिरहुत क मुख्यालय मुजफ्फरपुर भ गेल। तिरहुत आ दरभंगाक विरोध मे इ कहब जे मिथिला राज्य क मांग तिरहुत स्टेट या दरभंगा राज क मांग नहि छी, कतहु नहि कतहु सवाल करैत अछि जे तेलंगाना राज्यक मांग सेहो हैदराबाद स्टेट या निजात रियासत क मांग नहि छल, मुदा आंदोलनक जमीन आ लोक कए लामबंद करबा लेल हैदराबाद आ उस्मिानिया विश्वविद्यालयक भूमिका महत्वपूर्ण रहल। मुदा बिहार विश्वविद्यालय कए कहियो तिरहुत आ मिथिला क संबंध नहि बताउल गेल। मिथिला दरभंगा आ तिरहुत मुजफ्फरपुर भ गेल। सहरसा आ पूर्णिया सेहो तिरहुत या मिथिला नहि कोसी क्षेत्र भ गेल। भागलपुर अंग भ गेल। जाहि मिथिलाक छत्रछाया मे तिरहुत, कोसी, दरभंगा आदि-आदि एक भ जाइत छल, ओहि मिथिला कए एकर समकक्ष ढार कैल जाइत रहल। कारण भेल जे मिथिला लेल जे सहायक छल ओकरा मिथिला क प्रतिद्वंद्वी बना देल गेल। मिथिला लेल आंदोलन कैल जा रहल अछि, ओहि मे अंग आ तिरहुत दूनू अबैत अछि। मुदा एक दिस जतए मिथिला कए एकटा प्रमंडल बना देल गेल ओतहि मिथिला लेल आंदोलन करनिहार इ सोचबा लेल समय नहि निकाली सकलाह जे राजा जनक क मिथिला आ राजा शिवसिंह क मिथिला क सीमा एक नहि छल। मिथिला कालखंड मे खंडित होइत रहल। एहन मे आखिर कोन मिथिला क सीमा आ ओकर इतिहास पर गर्व कैल जाए। तिरहुत आ अंग क विरोध स नहि बल्कि एकरा ग्रहित करबा स मिथिलाक गठन संभव होएत। एहन जे नहि सोचैत छथि हुनका लेल जरूर तेलंगाना आ मिथिला मे भारी अंतर अछि, मुदा जे तिरहुत स्टेट आ अंग राज कए मिथिला क हिस्सा मानैत छथि हुनका लेल तेलंगाना और मिथिला मे कोनो अंतर नहि अछि।
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Bahut nik aa sahi aalekh. E aalekh padhi kichhu sikhbak prayas karitathi Mithila Rajyak swaymbhu hitaisi sab je Mithila Rajya thopbak tark dait chhathi nirmanak takniki par kono charchh nahi karait chhathi.
नीक प्रस्तुति आशीष जी. मिथिला राज्यक सपना कियैक संभव नहिं बुझा रहल अछि तकर नीक मीमांसा.
neek vislesan. akhir jamini star sa ekar maang kiyak nai uthai chai. rajneta aa jansamnya dunu ke aai andolan sa vilgaw kiyak? jati vises ke mithla aa maithili andolan par varchaswa kiyek? jabat tak aai par nispakshta sa vichar nai kayal jayat tabat tak kichu sambhav nai hoyat. nai ta vajpayee ji san 8th scheduleuddharak ke bat takait ra.