बिहार एक बेर फेर पितियउत लेल सहोदर स भिन्न होइत नेता क शिकार बनल। बिहारक नेता मे इ संस्कार पुरान अछि। कांग्रेसी सरकार मे त इ होइत रहल, मुदा गैर कांग्रेसी सरकार जहिया जहिया बनल इ रोग बनल रहल। इतिहास पर नजरि दी त बिहारक पहिल गैर कांग्रेसी सरकारक सेहो बिहारहित कए नजरअंदाज क एहिना राष्ट्रिय नेताक दबाव मे अपदस्त भ गेल छल। किछु लोकक इ कहब अछि जे कर्पूरी ठाकुर क सरकार सेहो स्थानीय नहि बल्कि दिल्ली क नेताक कारण गेल। राजनीतिज्ञ जानकार क कहब अछि जे 60 क दशक मे जखन बिहार क पहिल गैरकांग्रेसी सरकार मजबूत स्थिति मे छल, तखनो राममनोहर लोहिया क जिद बिहारहित पर भारी पडल आ बिहारक पहिल गैरकांग्रेसी सरकार सत्ता स अलग भ गेल। बिहारहित कए नजरअंदाज राष्ट्रिय पार्टी समय-समय पर करैत रहल। जेकर कारण बिहार क विकास सेहो प्रभावित भेल। श्रीबाबूक बाद सरकार आ विकास दूनू स्थायी नहि रहल। बिहारक लोक क मत या बिहारक नेताक मत दिल्ली लेल कहियो मायने नहि रखलक। दिल्ली कए जखन जेना भेल बिहार क भविष्य लिखैत रहल।
एहन मे निश्चित रूप स राजग बिहारक विकास क नाम पर सत्ता मे आयल। एहि मे कोनो बहस नहि भ सकैत अछि जे बिहारक विकास मे सुशील मोदीक महत्वपूर्ण योगदान अछि। नीतीश कुमार आ सुशील मोदीक जोड़ी पहिल बेर दिल्ली कए इ बतेबा मे सफल रहल जे आब बिहारक भविष्य बिहार क लोक आ नेता लिखत। पिछला सात साल मे इ कई बेर देखार भेल। एकर असर सेहो देखबा लेल भेटल, बिहार हर मामला मे आगू बढल।
मुदा पिछला किछु दिन स इ साफ देखबा लेल भेटल जे पितियउत लेल सहोदर क अपमान करबाक पुरान परंपरा फेर जीवित भ गेल। नरेंद्र मोदी क नाम पर एक बेर फेर राष्टÑीय दलक बिहारी नेता अपन बिहारहित क बलि द देलथि। बिहार मे भाजपा आ जदयू क बीच कोनो प्रकारक मतभेद नहि रहल। मतभेद छल त राष्ट्रिय स्तर पर, सेहो नरेंद्र मोदी क नाम पर। नरेंद्र मोदी विरोध पार्टीक भीतर सेहो अछि, मुदा बिहार क नेता दिल्ली लेल पटनाक आलोचना करबा मे कोनो परहेज नहि केलथि। दोसर दिस जदयू क किछु नेता सेहो भाजपा क राष्ट्रिय नेता कारण राज्य स्तरक नेता क योगदान कए नजरअंदाज करैत रहलाह। गठबंधन पर प्रहार करैत रहलाह। ओ बिसरि गेलाह जे बिहारक सत्ता कोनो राष्टÑीय नेता लेल नहि भेटल अछि। बिहारक जनता इ बुझि गेल अछि जे आजादीक बाद देश मे कईटा पैघ आ शक्तिशाली नेता भेल, मुदा के की बिहार लेल केलक, फेर देशक नेता लेल बिहार क गठबंधन कए दांव पर लगा देब कोनो अर्थ मे जदयू क उचित डेग नहि कहल जा सकैत अछि। दूनू दलक किछु नेता क एहि बयानबाजी स कार्यकर्ता मे गलत संदेश गेल जेकर असर पहिने मुख्यमंत्रीक सभा मे हंगामा आ बाद मे महराजगंज चुनाव मे देखल गेल। अपन सरकारक मुख्यमंत्री क सभा मे हंगामा आ अपन गठबंधनक नेता कए बदला मे विरोधी दल कए वोट देब इ तय क देने दल जे भाजपा लेल आब राज्यहित कोनो स्थान नहि रखैत अछि आ ओ बिहार क बलि देबा लेल तैयार अछि। आखिर देश लेल बिहार कए कहिया तक दांव पर लगबैत रहत एहन नेता और कार्यकर्ता। बिहार लेल भेटल जनादेश देश क लेल कहिया तक उपयोग होइत रहत। बिहारहित कए दूनू दल अपन अपन व्यवहार स नजरअंदाज केलथि। बिहार क जनादेश पर नरेंद्र मोदीक जयकार बिहार भाजपाक किछु नेता क ओहि राष्ट्रिय नीतिक प्रभाव रहल जे आजादीक बाद लगातार बिहार मे चलैत रहल। बिहारक नेता इ बिसरि गेलथि जे देश त आगू बढैत रहल, मुदा बिहार बीमारू भ गेल। बिहार क विकास देश क विकास स कहियो नहि जुड़ल। इ साबित भ चुकल अछि। मुदा पिछला सात साल मे भाजपा-जदयू सरकार इ जरूर साबित क देलक जे बिहार अगर विकास करत त भारत महाशक्ति बनि सकैत अछि। महामंदी क एहि कालखंड मे देशक आर्थिक हालत कए बचेबा मे बिहार क योगदान उल्लेखनीय अछि। एहन मे बिहार मे टूटल गठबंधन निश्चित रूप स बिहार अहित मे अछि।
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Kichhu varsh pahine jena Ram Vilash Paswan ji apan pair par kulhari marlain tahina e decision sa hunkaro patanak suruat bha gel se bujhait achhi. Bihar vaste e sthiti thik nahin achhi.
Nik aalekh!
Sukhad bat ekta hoyat je majboot pratipaksh Bihar me bhela san sattarudh dalak manmarji nahi chalat.
Laloo Prasad , a greatest proponent of casteism, communalism (Muslim Yadav Bhai-Bhai vote bank) and dynastic rule in democracy, is talking about secularism. Just like his wife, who saw no difference in Sachivalay and Souchalay, Laloo cannot understand true meaning of secularism.
True meaning of secularism is equal opportunity for all. It means removing reservation at all levels, such as job reservation for backwards, seat reservations in universities. That is actually abuse of tax payers money.
He is a famous dakoo, who looted Bihar treasury, insulted Maithili language and those who speak that language in 90’s.
He is a political criminal that has gone mad like Digvijay Singh. For these two goons, who depend on dole from Sonia Gandhi, true place is Ranchi Mental Hospital, not even jail, what to talk about Parliament and Assembly.
sarkar kiyo hothi,muda biharak koti koti janta biharak vikas chahait achhi..agila peedhi ehen bihar chahait aichh, jatai neek sadak, neek college, 24
ghanta bijli aa sauhardpurna vaatavaran ho. sab neta ke ee baat dhyan me rakhak chahi.jati dharm sa upar uthu aa biharak vikaas ke baat sochu.yeah rajniti ke mul mantra hobak chahi.jai mithila jai bihar jai bharat.