- पिछला पांच साल मे इ पहिल बेर विकास क रफ्तार 10 फीसदी स नीचा फिसलल।
- बिहार एखनो देश क मुकाबला मे दोगुना रफ्तार स क रहल तरक्की
- प्रति व्यक्ति आय मे 8 प्रतिशत क बढोतरी, मुदा बिहारी एखनो देश मे सबस गरीब
पटना । बिहार मे प्रति व्यक्ति आय मे 8 प्रतिशत क बढोतरी दर्ज कैल गेल अछि आओर इ आब 15830 टका क स्तर पर आबि गेल अछि। हालांकि प्रति व्यक्ति आय क मामला मे बिहार एखनो देश मे सबस निचला पायदान पर अछि। दोसर दिस बिहारी क आमदनी बढलाक बावजूद बिहार क विकास सुस्त अछि। कृषि उत्पादन आओर निर्माण (कंस्ट्रक्शन) उद्योग क सुस्ती बिहार क विकास क रफ्तार कए सुस्त क देलक अछि। राज्य क विकास दर करीब 9.5 फीसदी पर आबि गेल अछि । हालांकि, राज्य सरकार एहि सुस्ती लेल देश मे मौजूद आर्थिक मंदी कए दोषी ठहरा रहल अछि।
राज्य क योजना आ विकास विभाग क प्रधान सचिव विजय प्रकाश राज्य क विकास क आंकडा पेश केलथि अछि। हुनक कहब अछि जे अग्रिम अनुमान क अनुसार 2004-05 क स्थिर मूल्य पर एहि वित्त वर्ष (2012-13) मे बिहार क सकल घरेलू उत्पाद 1,57,957 करोड़ रहबाक अनुमान अछि, जखनकि बीतल वित्त वर्ष (2011-12) मे इ 1,44,278 करोड़ छल । एहि हिसाब स राज्य सरकार कए एहि साल 9.48 फीसदी विकास दर भेट सकैत अछि। पिछला पांच साल मे इ पहिल बेर छी जखन बिहार क विकास क रफ्तार 10 फीसदी स नीचा फिसलल अछि। पिछला साल बिहार 13.2 फीसदी क रफ्तार स तरक्की केने छल। प्रकाश क कहब अछि जे विकास क रफ्तार कनि सुस्त जरूरी भेल अछि मुदा बिहार एखनो देश क मुकाबला मे दोगुना रफ्तार स तरक्की क रहल अछि।
विकास क रफ्तार कम हेबाक कारण स्पष्ट करैत ओ एकरा लेल मुख्य रूप स कृषि उत्पादन मे सुस्ती आ निर्माण उद्योग क सुस्ती कहला । दरअसल, चालू वित्त वर्ष मे राज्य मे कृषि आ पशुपालन क्षेत्र मे विकास क रफ्तार महज 2.28 फीसदी रहल। संगहि, राज्य मे चाउर आ गहूम क उत्पादन सेहो कम भेल अछि। चालू वित्त वर्ष मे राज्य सरकार कए 78.8 लाख टन धान आ 63.79 लाख टन गहूम क उत्पादन क उम्मीद अछि। बीतल वित्त वर्ष मे बिहार मे करीब 82 लाख टन धान आ 65 लाख टन गहूम क उत्पादन भेल छल । दरअसल, बीतल साल वर्षा काफी देरी स भेल छल। एहि कारण स राज्य मे कृषि कार्य बाधित भेल। हालांकि, बिहार क उत्पादकता मे बढोतरी भेल अछि। चालू वित्त वर्ष मे धान क मामला मे बिहार क उत्पादकता 25.38 क्विंटल प्रति हेक्टेयर रहल, जखनकि बीतल वित्त वर्ष मे बिहार प्रति हेक्टेयर 24.63 क्विंटल धान क उत्पादन क रहल छल । दोसर दिस, दलहन मे सेहो उत्पादकता बढल अछि। विकास दर मे कमी क दोसर कारण राज्य मे निर्माण उद्योग क विकास क रफ्तार रहल जे एखन सुस्त अछि। चालू वित्त वर्ष निर्माण उद्योग क विकास क दर 7.53 फीसदी रहल, जखनकि बीतल साल मे इ दहाई क आंकडा मे रहैत छल। हालांकि, चालू वित्त वर्ष मे राज्य मे विनिर्माण क्षेत्र मे तेजी देखबा लेल भेटल, जाहि मे 14.58 फीसदी क दर स बढोतरी भेल। निर्माण उद्योग क सुस्ती रहल मुदा विनिर्माण मे सक्रियता शुभ संकेत कहल जा सकैत अछि । दरअसल, विनिर्माण क्षेत्र स्थायी विकास क द्वार खोलैत अछि। ओ कहला जे सुस्ती क अहम वजह राष्ट्रीय स्तर पर मौजूद आर्थिक मंदी सेहो अछि । देश क विकास क रफ्तार बहुत कम भ गेल अछि, एखन मे बिहार क विकास गति कए बचा कए राखब मुश्किल भ गेल अछि।
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