पटना । कहबा लेल एखन धरि बिजली स केवल पंखा टीवी सन यंत्र चलैत छल, मुदा आब बिहार मे नीतीशक राजनीति सेहो बिजली पर चलत। कहबाक अर्थ इ जे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहला अछि जे अगर 2015 धरि बिहार बिजलीक मामला मे आत्मय निर्भर नहि भेल त हुनक राजनीति खत्म भ जाएत ओ वोट मंगवा लेल जनता लग नहि अउताह। नीतीश कहला अछि जे बिजली क बारे मे हुनक संकल्प जग जाहिर अछि, एहि मामला मे ओ ‘करो या मरो’अर्थात या त बिजली उपलब्ध कराउ अथवा रास्ता‘ स हटि जाउ क नीति अपना लेने छथि। नीतीश कहला जे अपन एहि संकल्प कए धरती पर उतारबा लेल आ ओकरा मूर्तरूप प्रदान करबा लेल हुनकर संग सब गोटे प्रयासरत छथि। ओ कहला जे हुनका उम्मीरद अछि जे बिजली मंत्री आ बिजली विभाग क अधिकारी हुनक राजनीतिक जीवन कए खत्म हेबा स बचा लेताह।
मुख्यकमंत्री ओना एहन दावा मुख्यएमंत्री सडकक मामला मे सेहो केने छलाह आ बहुत हद तक हुनक दावा सच साबित भेल, एहन मे उम्मीसद कैल जाए जे हुनक इ दावा सेहो सच होएत। अपन दावा कए पुख्ताए करबा लेल नीतीश सरकार पिछला किछु मास मे कईटा पैघ फैसला लेलक अछि। एहि क्रम मे ताजा प्रयास चौसा मे देखबा लेल भेटल। 17 जनवरी कए बक्सर क चौसा मे थर्मल पावर प्रोजेक्ट कए पूरा करबा लेल मुख्य मंत्री नीतीश कुमार, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, कला आ संस्कृति मंत्री प्रो सुखदा पांडेय क मौजूदगी मे त्रिपक्षीय समझौता भेल। बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी, केंद्र सरकार आ हिमाचल प्रदेश क साझा कंपनी सतलज जल विद्युत निगम लिमिटेड आ बिहार पावर इन्फ्रास्ट्रर कॉरपोरेशन क बीच इ करार भेल अछि।
ज्ञात हुए जे ए श्रेणी क कंपनी सतलज कए मिनी रत्न क दर्जा प्राप्त अछि। सात हजार करोड़ क इ कंपनी 1988 मे शुरू भेल। हिमाचल मे देश क सबसे पैघ थर्मल पावर प्रोजेक्ट 1500 मेगावाट क नाथपा झाकड़ी जल विद्युत परियोजना क निर्माण क चुकल इ कंपनी हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात आ बिहार क अलावा पड़ोसी देश नेपाल क संग मिल कए 7500 मेगावाट क परियोजना पर काज क रहल अछि। कंपनी एहि परियोजना कए ग्रीन फील्ड क आधार पर विकसित करत। समझौता क अवसर पर पूरा बिजली विभाग चौसा मे मौजूद छल। बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी क अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक प्रभात कुमार राय, निदेशक (वित्त एवं राजस्व) विनायक चंद्र गुप्ता, निदेशक (उत्पादन) ललन प्रसाद, निदेशक (संचरण) टुनटुन झा, सचिव केके वर्मा, नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड क प्रबंध निदेशक संजय कुमार अग्रवाल, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड क प्रबंध निदेशक पलका साहनी, उप महाप्रबंधक (जनसंपर्क) हरेराम पांडेय, एसजेवीएन लिमिटेड क सीएमडी आरपी सिंह, निदेशक (कार्मिक) एनएल शर्मा, निदेशक (वित्त) एएस विंद्रा, निदेशक (विद्युत) राकेश बंसल, मुख्य सतर्कता अधिकारी वीएनएस नेगी, कार्यकारी निदेशक (व्यापार आ विकास) आरके अग्रवाल सहित कंपनी आ निगम क अन्य अधिकारी मौजूद छलाह।
बिहार मे बिजली क मांग आ आपूर्ति
वित्तीय वर्ष 2013-14 मे बिजली क उपलब्धता
केंद्रीय सेक्टर स ——————————————— 1834 मेगावाट
डीवीसी स———————— ——————————100 मेगावाट
कांटी क आधुनिकीकरण आ मरम्मतीकरण ——————-220 मेगावाट
बरौनी क आधुनिकीकरण आ मरम्मतीकरण——————-220 मेगावाट
बाढ़ थर्मल पावर (स्टेज दो-660 मेगावाट क तीन)——-330 मेगावाट
अदानी पावर स खरीद ——-———————————200 मेगावाट
कुल ————————————————————2904 मेगावाट
बिजली क क्षेत्र मे 2015 तक आत्मनिर्भर होएत बिहार
परियोजना——————-मेगावाट—————-भेटत
बरौनी————————220——————-2013 मे, आधुनिकीकरण।
बरौनी————————500——————-2014-15 मे, नव इकाई।
बरौनी————————250 ——————प्रस्तावित, कोल लिंकेज क जरूरत।
कांटी————————220——————-2013 मे, आधुनिकीकरण।
कांटी————————390——————-2014-15 मे, नव इकाई।
नवीनगर———————458——————2016-17 मे.
नवीनगर-दो—————-1320——————-समझौता भेल मात्र। 2017-18 मे होएत पूरा।
नवीनगर, रेलवे क संग—-100 ——————2015-16 मे।
पुनातसांचू आ मंगडेचू——-1500——————प्रस्ताव केंद्र लग।
होएत खरीद——————-960——————-2014-15 स।
आइपीसीएल आ मिराच ——-660—————85 प्रतिशत हिस्सा, 2015-16 मे।
अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट——4000———-भूमि सर्वे क काज पूरा भेल।
पीरपैंती, कजरा आ चौसा—3960——————-85 प्रतिशत हिस्सा, कोल लिंकेज भेटला पर चारि साल मे होएत पूरा।
वित्तीय वर्ष———अनुमानित उपलब्धता (मेगावाट मे)
2012/13—————2134
2013/14—————2904
2014/15—————4672
2015/16—————5456
2016/17—————5889
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