• मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क
Esamaad
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
Esamaad
Home विचार

स्त्रीवादी नज़रिया स बिहार क सौ साल

February 24, 2013
in विचार, समाचार
A A
15
SHARES
Share on FacebookShare on Twitter

निवेदिता झा

बिहारक सौ सालक यात्रा कए ज्‍यों स्त्रीक नजरिया स देखल जाय त की बिहारक इतिहास मुक्तलिफ होएत? की इ दू अलग प्रक्रियाएं अछि? की एकरा अलग क कए देखबाक क कोनो औचित्य अछि? एहन हजार टा सवाल अछि, जेकरा हल केने बिना स्त्री क मुद्दा पर समग्रता स गप नहि भ सकत।

स्त्रीक अपन परंपरा, अपन संघर्ष आओर अपन भागीदारी क इतिहास खुद लिखए पड़त। स्त्री जानैत अछि जे भिन्न-भिन्न वर्ग, वर्ण आ जाति क बीच नब-नब समीकरण क संग ओकरा अपना लेल लड़ए पड़त। पूंजीवादी पितृसत्ता ऊपर स चाहे जतेक उदार आओर सरल लागय मुदा भीतर स जटिल अछि। दोष ओकर संरचना मे अछि। जों  ऐहन नहि रहिते त आजादी क आंदोलन से ल कए अखैन धरि क स्त्री संघर्षक कए इतिहास मे कतोउ त जगह भेटल रहिते। आजादी क इतिहास पर अनेक ग्रंथ अछि, मुदा स्त्री क सामान्य भागीदारी पर अलग स खोज करबा लेल निकलब, त कतहूँ किछु नहि भेटत। स्त्री क सभ पंरपरा हुनकर इतिहास हुनकर संघर्ष सब दफन क देल गेल अछि।

आशारानी व्होरा जखन ‘महिलाएं और स्वराज’ किताब लिखब प्रारंभ कैलथि ते हुनका तथ्य जुटेबा मे 12 वर्ष लागल। ओ एक जगह लिखलथि जे आजादी क आंदोलन मे स्त्री क भूमिका पर लिखबा लेल जखन ओ सामग्री जुटा रहल छलथि त  हुनका घोर  निराशा भेल। सच त इ अछि जे सब दलित आ वंचित वर्ग कए अपन अतीत दर्ज करेबा क उद्यम अपने करै पडैत अछि। जानल-मानल नारी चिंतक प्रभा खेतान एक ठाम लिखलथि अछि, ‘हम स्त्रीसब लग एकर सिवा विकल्पे की अछि! हम अपना आप कए उघाडिये कए यथास्थिति क खिलाफ विद्रोह कए पाबि सकैत छी। हमर अपन अतंरग अनुभवे हमर पहिल अस्त्र अछि। जे आगाँ जाए क अपन प्रमाणिकता क जरिया स इतिहास बनबैत अछि’।

इतिहास मे औरत क भूमिका हरदम स अदृश्य रहल अछि। एकर एकटा कारण इ अछि जे औरत इतिहास चेतन नहि रहल। इतिहासकार सेहो प्रतीक, लोक गाथा, गीत आ आन स्त्रोत कए कहियो समेटबा क कोशिश नहि केलक। व्यवस्थित रूप स इतिहास रचय क मंजिल पर पहुंचय स पहिने एहन सब समुदाय क पहिल चरण मे आत्मगत ब्योरा क इस्तेमाल करैत अछि ताकि हुनकर बुनियाद स इतिहास लिखय क इमारत ढार कैल जा सकए। वर्जीनिया वुत्फ एक ठाम लिखने छथि, ‘इतिहास मे जे किछु अनाम अछि ओ स्त्रीक  नाम अछि’। मानल जाएत अछि जे उन्नीसवीं सदी क अंत आओर बीसवीं सदी क शुरुआत मे अनेक महिला आंदोलन भेल। मुदा ओ आंदोलन क कोनो इतिहास नहि भेटल। यैह ओ क्षण अछि जखन स्त्री आंदोलन क पुनर्मूल्यांकन जरुरी अछि ताकि मुक्ति क सामाजिक परंपरा मे एकटा नब अध्याय जोड़ल जा सकैत अछि।

दोसरसमाचार

मिथिला विकसित केलक एकटा आओर आमक प्रजाति, पातर छिलका, छोट सन गुठली आ स्वाद लाजबाव, नाम बुझबा लेल पढू समाचार

मिथिला विकसित केलक एकटा आओर आमक प्रजाति, पातर छिलका, छोट सन गुठली आ स्वाद लाजबाव, नाम बुझबा लेल पढू समाचार

June 10, 2021
बिहार मे 8 कए खत्म भ सकैत अछि लॉकडाउन, मुदा इ बंदिश रहत जारी

UNLOCK भेल BIHAR, मुदा जुलाई तक नहि खुलत स्कू्ल, देखू नबका गाइडलाइन

June 8, 2021
दरभंगा मे बाढ़ देलक दस्तक, कमला बलान मे उफान, आधा दर्जन पंचायत कए मुख्यालय स संपर्क भंग

दरभंगा मे बाढ़ देलक दस्तक, कमला बलान मे उफान, आधा दर्जन पंचायत कए मुख्यालय स संपर्क भंग

June 7, 2021
बिहार मे 8 कए खत्म भ सकैत अछि लॉकडाउन, मुदा इ बंदिश रहत जारी

बिहार मे 8 कए खत्म भ सकैत अछि लॉकडाउन, मुदा इ बंदिश रहत जारी

June 6, 2021

 

“नारीवादी आंदोलन क सबसे पैघ जीत छल स्त्री क देह स आगाँ  जाए क देखब। सेक्स आ जेंडर दू अलग-अलग शब्द अछि, ई  बुझेबा मे लंबा समय लागल। लिंग क आधार पर स्त्री एकटा विशिष्ट प्रकार क हिंसा झेलैति अछि, नारीवाद एहि दमन क विरुद्ध स्त्री मुक्ति आ हुनकर सामूहिक चेतना क विकास क लेल संघर्ष क रहल अछि। मुदा गप एतहि खत्म नहि होयत। हुनकर लड़ाई दुनिया मे स्त्री क मनुख क दर्जा दियेबाक लेल अछि। स्त्री आंदोलन क पहिल पक्ष अछि वर्चस्वविहीन समाज क स्थापना।”

 

भारतीय स्त्री आंदोलन कए स्वतंत्रता आंदोलन क इतिहास स जोडि कए देखए पडत। जेकर शुरुआत सन्यासी विद्रोह स भेल अछि। सन्यासी विद्रोह क सूत्रधार देवी चैधरानी क अंग्रेज इतिहासकार दस्यु रानी क संज्ञा देलैथि । ओहि समय क लेफ्टिनेंट ब्रेननक एकटा रिपोर्ट स पता चलैत अछि जे भवानी पाठक कए विद्रोही गतिविधि क पाछाँ देवी चौधरानी क प्रमुख हाथ छलथि। भवानी पाठक क ह्त्या क बादो देवी चैधरानी कहियो हार नहि मानलथि। ओ बराबर लड़ति रहलीह आओर अंत धरि अंग्रेज क हाथ नहि एलेथि।

20 वर्ष तक चलैत रहल आजादी क लड़ाई क एहि प्राथमिक संघर्ष मे सन्यासी विद्रोह क एकमात्र सशक्त महिलाक रूप मे हुनकर  नाम अमर अछि। 1857 स ल कए 1942 तक आजादीक आंदोलन मे महिला क संघर्ष क ऐहन हजार स बेसी गाथा अछि जेकरा समेटबा मे नहि जानि कतेक साल लागि जाएत। ओहि नाम मे स एकटा नाम दुर्गा भाभी क छल। दुर्गा भाभी, प्रसिद्ध क्रांतिकारी भगवतीचरण वोहरा क कनिया आ सरदार भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु जेहन क्रांतिकारि क भाभी छलीह। आओर आजादी क आंदोलन मे सबहक़ साझीदार। दुर्गा भाभी अगर नहि रहतिथि त शायद इतिहास मे इ क्रांतिकारि सबहक एतेक जगह नहि भेटतीए।

आजादी क लेल लड़निहारि महिला क समक्ष सबस पैघ चुनौती छल समाज मे स्त्री-पुरुष क बीच क विभेद क खिलाफ आगू एनाय। एहि विभेद क पाँछा मूल रूप स सत्ता क संघर्ष छल आओर अछि। मानव सभ्यता क इतिहास बताबैत अछि जे राजनीतिक, धार्मिक आ सामाजिक, एतबा धरि जे  व्यक्तिगत स्तर पर सेहो सत्ता क ई खेल प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रुप स आइ धरि  जारी अछि। उन्नीसवीं सदी मे 1890 क आस-पास चलाओल गेल समाज सुधार आंदोलन क दौरान महाराष्ट्र मे काशीबाई कनिकतर आओर आनंदीबाई जोशी पहिल बेर जूता पहिर कए आओर छाता ल कए निकलल छलीह। तखन यैह कहि कए हुनका पर पाथर बरसाएल गेल जे ओ पुरुष क अधिकार वला प्रतीक कए अपना कए  पुरुष क अपमान केलैथि अछि। ओहि दौर मे ताराबाई शिंदे द्वारा लिखल किताब ‘स्त्री-पुरुष तुलना’ पर जमिकए बबाल भेल। एहि मसला पर कृष्णराव भालेकर आओर ज्योतिबा फूले क बीच गरम बहस भेल छल। पुस्तक मे स्त्री-पुरुष क तुलना करैत कहल गेल छल जे धोखेबाजी, मक्कारी, संदिग्ध चरित्र आ असहिष्णुता जेहन अवगुण जेकरा खाली स्त्री चरित्र क हिस्सा मानल जाएत अछि, ओ समान रुप स पुरुष मे  मौजूद अछि। इ बहस साबित करैत अछि कि दशक पहिने वर्चस्वविहीन समाज क खिलाफ आंदोलन क बीज रोपल जाएत रहल छल।

देश भर मे जखन महिला अपन अधिकार क लेल आंदोलन करि रहल छलीह तखन बिहार सेहो ओ आंदोलन स अछूता नहि छल। परंपरा क अनेक धारा क विरुद्ध बिहार क महिला सेहो मोर्चा खोललथि। बिहार कए जखन बंगाल प्रेसिडेंसी स अलग कैल गेल ओहि समय बिहार क स्कूल मे पढ़निहारि  यवती क संख्या काफी कम छल। ओहि दौरान शुरु भेल सुधार आंदोलन मे बिहार क महिला सेहो भूमिका निभेलैथि । शिक्षा एकटा मुद्दा बनल। पटना मे राममोहन राय सेमिनरी मे आयोजित सम्मेलन मे महिला सब शिक्षा क संग-संग बाल विवाह क खिलाफ सेहो प्रस्ताव पारित केलैथि। श्रीमती मधोलकर एकर अध्यक्षता केलैथि  आओर बाल विवाह क खिलाफ समिति बनेबाक का सुझाव देलैथि। बिहार संग दोसर राज्य मे सेहो सुधार आंदोलन चलि रहल छल। जल, जंगल जमीन क संग-संग महिला अपन वोट देबाक अधिकार लेल सेहो संघर्ष कए रहल छलीह।

1910 मे बंगाल मे सरला देवी भारत स्त्री मंड़ल क स्थापना केलैथि। 1917 मे सरोजनी नायडू क नेतृत्व मे एकटा प्रतिनिधिमंडल स्त्री क रक्षा आओर मताधिकार लेल मांटेग्यू चेम्स फोर्ड स भेट केलक। अप्रैल 1918 मे पटना मे भेल एकटा आयोजन मे एनी बेसेंट कहलथि जे जखन तक औरत कए अधिकार नहि भेटत ‘मोर्ले मिन्टो सुधार’ स कोनो  लाभ नहि होयत। महिला क मताधिकार क मांग क लेल साउथ बोरो कमेटी क स्थापना कैल गेल।1919 क जनवरी मे पटना मे अखिल भारतीय महिला सम्मेलन भेल। बिहार क महिला बाल विवाह, दहेज प्रथा आओर मताधिकार क मुद्दा पर अपन आवाज बुलंद केलथि। ओहि साल राजकिशोरी देवी  मझवेलिया, लहेरियासराय मे बिहार महिला पीठ क स्थापना केलैथि। 1921 कए राष्ट्रीय कांग्रेस क अधिवेशन मे बिहार स आठ टा महिला हिस्सा लेलैथि।

इतिहास गवाह अछि जे देश भरि मे चलल असहयोग आंदोलन मे बिहार क महिला जमिकए हिस्सा लेने छथि। बिहार मे महिला अपन मताधिकार क मांग लेल सेहो लंबा संघर्ष केलैथि । बिहार क कौंसिल मे महिला क वोट देबाक प्रस्ताव त खसि गेल अछि मुदा महिलाक संघर्ष जारी रहल आओर 1929 मे बिहार आ उड़ीसा क महिला कए वोट देबाक अधिकार भेटल। इ एकटा एहन अधिकार छल जाहि स महिला क लेल राजनीतिक केबार खुजल। बिहार मे प्रांतीय सभा क चुनाव दुनु सदन क लेल एक्के संग भेल। राज्य क चारि टा महिला सीट क लेल कांग्रेस दिस स कामख्या देवी कए प्रत्याशी बनाएल गेल। कामख्या देवी वा सरस्वती देवी बहुमत स जीतलथि। आजादी भेटलाक क बाद महिला कए बालिग मताधिकार क आधार पर वोट देबा आ चुनाव मे प्रत्याशी बनय क अधिकार त भेटल मुदा आधी आबादी कए हुनकर अनुपात मे प्रतिनिधित्व नहि भेटल।

आजादी क बाद भेल 1952 स 2000 तक क बिहार विधान सभा चुनाव मे 180 महिला विधान सभा पहुंचलथि। एहि दौरान लोकसभा मे 52 महिला चुनल गेलीह। बिहार क राजनीति मे ओ समय नब मोड आएल जखन1989 मे केन्द्र मे विश्वनाथ प्रताप सिंह क सरकार बनल। बिहार क सत्ताक समीकरण बदलल। मंड़ल आओर कमंडल क राजनीति शुरु भेल। एहि क बाद आएल लालू-राबड़ी क दौर। जाहि मे महिला क अपन मताधिकार क जमिकए प्रयोग भेल। पिछड़ा क गोलबंदी क इ दौर नीतीश क नब दौर स पिछडि गेल। एक बेर फेर महिला अपन भागीदारी निभेलैथि। मुदा हरेक दौर मे हुनकर मताधिकार क प्रयोगक ग्राफ कम रहल। राजनीति मे सोंझ भागीदारी स ल कए वोटक लड़ाई मे राजनीतिक दल सब महिला कए हाशिश पर रखलक।

21वीं सदी आबैत -आबैत महिला आंदोलन मे कईकटा उतार चढ़ाव आयल । बाजारवाद आओर खुजल अर्थव्यवस्था सेहो स्त्री-पुरुष संबंध क समीकरण कए प्रभावित केनाए शुरू केलक। सामाजिक आओर आर्थिक मुद्दा पर पहिल बेर महिला खुलकए  अपनी भागीदारी क सवाल उठेलथि। देश भरि मे जखन संसद मे 33 प्रतिशत आरक्षण क सवाल पर आंदोलन चलि  रहल छल तखन बिहार क महिला क संसद क संग-संग पंचायत मे सेहो 50 प्रतिशत आरक्षण लेल  आंदोलन केलैथि। इतिहास गवाह अछि जे पंचायत मे महिला कए भेटल 50 प्रतिशत आरक्षण महिला आंदोलन क देन अछि। राजनीति मे अनुभवहीन होबाक बावजूद ओ इ चुनौती स्वीकार केलैथि। एहि आंदोलन राजनीतिक दल कए इ बुझेबा लेल मजबूर केलक जे महिला क भागीदारी क बिना समाज क पूरा विकास संभव नहि अछि।

(निवेदिता झा। वरिष्‍ठ पत्रकार। सामाजिक कार्यकर्ता। कई साल तक राष्‍ट्रीय सहारा आ नई दुनिया स जुडल रहलथि। महिला क मुद्दा पर बेहतरीन पत्रकारिता लेल हिनका 2010-2011 क लाडली मीडिया अवार्ड भेटल। हिनका कईटा फेलोशिप सेहो भेट चुकल अछि। पटना निवासी निवेदिता स niveditashakeel@gmail.com पर संपर्क करि।) जॉइंट वेंचर – मोहल्ला लाइव
maithili news, mithila news, bihar news, latest bihar news, latest mithila news, latest maithili news, maithili newspaper, darbhanga, patna, दरभंगा, मिथिला, मिथिला समाचार, मैथिली समाचार, बिहार, मिथिला समाद, इ-समाद, इपेपर

Tags: bihar newsdarbhangalatest bihar newslatest maithili newslatest mithila newsmaithili newsmaithili newspapermithila newspatnaइ-समादइपेपरदरभंगाबिहारमिथिलामिथिला समाचारमिथिला समादमैथिली समाचार
Share15TweetPin

Related Posts

मिथिला विकसित केलक एकटा आओर आमक प्रजाति, पातर छिलका, छोट सन गुठली आ स्वाद लाजबाव, नाम बुझबा लेल पढू समाचार

मिथिला विकसित केलक एकटा आओर आमक प्रजाति, पातर छिलका, छोट सन गुठली आ स्वाद लाजबाव, नाम बुझबा लेल पढू समाचार

June 10, 2021
बिहार मे 8 कए खत्म भ सकैत अछि लॉकडाउन, मुदा इ बंदिश रहत जारी

UNLOCK भेल BIHAR, मुदा जुलाई तक नहि खुलत स्कू्ल, देखू नबका गाइडलाइन

June 8, 2021
दरभंगा मे बाढ़ देलक दस्तक, कमला बलान मे उफान, आधा दर्जन पंचायत कए मुख्यालय स संपर्क भंग

दरभंगा मे बाढ़ देलक दस्तक, कमला बलान मे उफान, आधा दर्जन पंचायत कए मुख्यालय स संपर्क भंग

June 7, 2021
बिहार मे 8 कए खत्म भ सकैत अछि लॉकडाउन, मुदा इ बंदिश रहत जारी

बिहार मे 8 कए खत्म भ सकैत अछि लॉकडाउन, मुदा इ बंदिश रहत जारी

June 6, 2021
बोल बम…मोदीक जन्मदिन पर देवघर कए भेटत “खास सनेस”, बाबा नगरी लेल सफल भेल सांसद निशिकांतक भगिरथ प्रयास

बोल बम…मोदीक जन्मदिन पर देवघर कए भेटत “खास सनेस”, बाबा नगरी लेल सफल भेल सांसद निशिकांतक भगिरथ प्रयास

June 5, 2021
Darbhanga Airport पर आब शुरू भेल ‘Price War’, Spicejet स कम छै IndiGo क किराया

Darbhanga Airport पर आब शुरू भेल ‘Price War’, Spicejet स कम छै IndiGo क किराया

June 5, 2021
Next Post
Esamaad Epaper Website

कटहलबाडी रेल उपरिपुल पर लागत स्‍ट्रीट लाइट : सरावगी

Esamaad Epaper Website

बिहार मे बनत भारत क पहिल नदी सुरंग

Esamaad Epaper Website

रेल बजट : किछु भेटितए त कहितहु भेटलैय

Comments 1

  1. बिनोद says:
    10 years ago

    लड़ाई झगड़ा छोडि, मिलि क काज केनाई लाख गुना बढ़िया|

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

टटका समाचार

How to Increase Download Speed in uTorrent by Changing Few Settings

How to Stay Anonymous with VPN for uTorrent

Make uTorrent Faster 8 Proven Tips Latest Guide

How to decrease or reduce the upload speed in uTorrent

Run uTorrent on Windows 10 or 11 DEV Community

What is Seeding in Torrenting? Torrent Seeding Explained

Why is bittorrent slow from my home computer?

Download files quickly and easily with uTorrent

How to Install uTorrent Web on Windows? GeeksforGeeks

बेसी पढ़ल गेल

आधुनिक पटनाक निर्माण मे दरभंगा क योगदान

by संपादक
November 9, 2013
14
आधुनिक पटनाक निर्माण मे दरभंगा क योगदान

Read more

बिहार मे फेर बनए लागल विश्वस्तरीय मकान

by संपादक
March 11, 2011
0

Read more

भागलपुर मे विकसित होएत ईको टूरिज्म, डाल्फिन क दर्शन लेल चलत बोट

by संपादक
January 29, 2018
0

Read more

सर्वाधिकार सुरक्षित। इसमाद डॉट कॉम मे प्रकाशित सभटा रचना आ आर्काइवक सर्वाधिकार रचनाकार आ संग्रहकर्त्ता लग सुरक्षित अछि। रचना क अनुवाद आ पुन: प्रकाशन वा आर्काइव क उपयोग लेल इ-समाद डॉट कॉम प्रबंधन क अनुमति आवश्यक। प्रबंधक- छवि झा, संपादक- कुमुद सिंह, राजनीतिक संपादक- प्रीतिलता मल्लिक, समाचार संपादक- नीलू कुमारी। वेवसाइट क डिजाइन आ संचालन - जया झा।

हमरा स संपर्क: esamaad@gmail.com

  • मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

error: कॉपी डिसेबल अछि