• मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क
Esamaad
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
Esamaad

पता नहि दादा जइसन नेता फेर कहिया भेटत

June 26, 2010
in विचार
A A

दोसरसमाचार

मैथिलीपुत्र प्रदीप : मिथिलाक लोकक गीतकार

मैथिलीपुत्र प्रदीप : मिथिलाक लोकक गीतकार

May 31, 2020
कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

मिथिलाक धरोहर छलाह प्रदीप

May 31, 2020
कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

May 30, 2020
नीति या हिस्सा आखिर केकरा लेल तमसायल अछि कारोबारी जगत

नीति या हिस्सा आखिर केकरा लेल तमसायल अछि कारोबारी जगत

December 5, 2019


बांकाक रहनिहार पत्रकार राहुल सिंह ओना त देवघर आ दिल्ली मे पत्रकारिता केलथि, मुदा दिग्विजय सिंह स हुनकर संबंध पारिवारिक रहल अछि। आइ दिग्विजय सिंह क निधन स उपजल शून्य कए ल कए ओ चिंतिंत छथि। समादक लेल इ विशेष आलेख एक प्रकार स दिग्विजय सिंह क प्रति हुनकर शब्दांजलि अछि।
दादा चल गेलाह। अचानक, नुका कए। अचानक ऐना सब किछु छोडि़ कए ओ चल जेताह, एहन कियो नहि सोचने छल। हां, आइ पूरा अंग प्रदेश क जनता एकटा असगर दादा क नहि रहबा स अपना कए असगर, अनाथ महसूस कए रहल अछि। दादा-यानी समाजवादी दिग्विजय सिंह। बिहार क अंग प्रदेश क आन-बान-शान क प्रतीक। हमरा लग (पत्रकार हेबाक कारण) बिहार स लगातार फोन आबि रहल छल जे दादा केना छथि, हुनकर तबीयत केहन अछि। सात समंदर पार स अपन माटी पर कहिया लौट रहल छथि। मुदा ईश्वर कए किछु आओर मंजूर छल। सार्वजनिक जीवन मे अपन नाम क अनुरूप हारि नहि माननिहार दादा मस्तिष्काघात क कारण मौत स हारि गेलाह। इ सन्न, स्तब्ध करिहनार खबर छल हमरा सन हुनकर क्षेत्र क जनता लेल।

दिग्विजय राष्टï्रीय-अंतरराष्टï्रीय फलक पर अपन क्षेत्र क पहचान बनि कए उभरल छलाह। एकटा मजबूत, मुकम्मल आवाज। भागलपुर, मुंगेर, जमुई, बांका आ देवघर क लोक बड़ गर्व स कहैत छलथि जे दिग्विजय हुनकर नेता छथि। यानी दादा हुनकर छथि आ ओ दादा क। मुदा आब दादा नहि छथि। हुनकर संगक लोक जे ओहि क्षेत्र में राजनीतिक रूप से सक्रिय छथि हुनका मे ओ ठसक, सहजता नहि अछिै। हुनका सन गहीर सोच सेहो नहि अछि। अंग क माटी स दादा रूपी बरगद ढह जेबाक बाद मौजूदा राजनीतिक वृक्ष क ओहन काया नहि जे ओ अपन लोक कए दादा जइसन छाया मुहैया करा सकए।
जखन पंद्रहवीं लोकसभा चुनाव क दौरान नीतीश कुमार पूरा देश मे हीरो बनल छलाह आ कांग्रेस आ भाजपा दूनू एहि गप क लेल लठ्ठ भांजि रहल छल जे नीतीश केकर खेमा मे छथि, ओहि दौरान दिग्विजय नीतीश कए बांका क जमीन पर चारों खाना चीत करि देलाह। समाजवादी नीतीश लोकसभा चुनाव मे ‘दिग्विजयीÓ भ कए दादा क हाथ स दिग्गज सामाजवादी क कर्मभूमि रहल बांका क धरती पर एक तरह स दोसर समाजवादी (दादा) स हारि गेलाह। नीतीश दिग्विजय कए संसद पहुंचबा स रोकबा लेल क्षेत्र मे धुआंधार सभा केलथि, मुदा जनता अपन बांके दिग्विजय क संग रहल।
समता पार्टी हुए या जनता दल यूनाइटेड। नीतीश-दिग्विजय क बीच मे हरदम मौलिक मतभेद रहल। दूनू प्रखर। दूनू विकास आ पिछडल क उत्थान क प्रतीक। मुदा मतभेद क बावजूद दूनू एक दल क दायरा मे रहैत बिहार आ देश क राजनीति मे अपन पहचान बनेबा मे सफल भेलाह।
जदयू क पुरान संस्करण समता पार्टी क तीन प्रमुख संस्थापक मे स एक दिग्विजय सिंह यूपी-बिहार क राजनीति मे आएल ‘पिछड़ाÓ उभार क कारण प्राकरांतर मे स पाछु भ गेलाह आ नीतीश संगठन क प्रमुख चेहरा बनि गेलाह मुदा दिग्विजय एकर बावजूद प्रासंगिक रहलाह।
दादा कहियो सौदेबाजी आ समझौता क राजनीति नहि केलाह। लड़ाई राजनीति क हुए या जीवन क, ओ हरदम कठिनाई भरल राह चुनलाह। अपन बनौल घर जदयू स बेघर भेलाक बाद ओ आसानी स दोसर पार्टी क टिकट पर चुनाव मैदान मे जा सकैत छलाह, राज्यसभा क सदस्यता क परित्याग सेहो आजुक राजनीति मे जरूरी नहि छल। मुदा दादा नीतीश क चुनौती कए स्वीकार केलाह। ओ निर्दलीय चुनाव मैदान मे गेलाह आ जीत कए देखेबा मे सफल भेलाह। दादा क लड़ाई क सिपाही बांका क 20 साल क युवा संग 80 साल क बुजुर्ग सेहो छलाह। ओ ब्राह्मïण सेहो छलाह आ दलित सेहो छलाह। ओ फिल्म स्टार आ ग्लैमरस चेहर क स्थान पर प्रभाष जोशी, रघु ठाकुर, एमजे अकबर आ हरिवंश सरीखा कईटा प्रखर बुद्घिजीवि कए बांका क जनता क बीच ल गेलाह।
इ कहबा मे हर्ज नहि जे दिग्विजय अपन क्षेत्र क लेल काफी किछु केलाह। बिहार-झारखंड क कोनो सांसद स कहीं बेसी। इ गप लोक क संग-संग रिकार्ड सेहो कहैत अछि। दिग्विजय बिहार-झारखंड क एहन पहिल सांसद छलाह जे अपन निर्वाचन क बाद कहने छलाह जे ओ चुनाव मे उम्मीदवार कोनो पार्टी क छलाह, मुदा सांसद ओ मात्र अपन जनता क छथि आ कियो कहनो हुनका लग आबि सकैत अछि। एहि कारण स हुनकर संपर्क आ संबंध क दायरा बहुत पैघ छल। सरकार ककरो भेल, बांका क विकास चलैत रहल। चंद्रशेखर स ल कए वाजपेयी तक हुनका सरकार मे स्थान देलथि। 35 साल क उम्र मे ओ केंद्र मे विदेश आ वित्त जइसन महत्वपूर्ण मंत्रालय मे मंत्री क हैसियत स काज कैलथि।
देवघर मे पत्रकारिता करबाक दौरान हम व्यक्तिगत रूप स हुनकर सार्वजनिक गतिविधि कए लग स देखलहुं। प्राकरांतर मे राजधानी दिल्ली मे पत्रकारिता क दौरान संसद स सडुक तक हुनका सुनलहु, देखलहुं आ बुझलहुं।
हुनका स जखन कियो क्षेत्रक लोक भेंट करबा लेल जाइत छल त ओ सबस पहिने अंगिका मे सीधा पूछैत छलाह, तोरो घर कहां छेकौ।
जे हुनका जनैत अछि ओ कहैत अछि जे ओ कोना बिहार मे किसान पंचायत क भीतर नव राजनीतिक चेतना अनबाक काज केलथि। जिलावार सम्मेलन आ सभा करबाक बाद पटना मे रैली भेल। विधानसभा चुनाव मे निर्णायक भूमिका निभेबाक तैयारी छल।
दिग्विजय अमर सिंह जेकां कहियो अपन जाति क नाम पर राजनीति नहि केलाह। ओ अपन मूल विचारधारा क आधार पर लोक कए नीतीश-लालू विरोधी धुर क रूप मे संगठित करबा मे लागल छलाह। हुनकर एक कात लल्लन सिंह छलथि त दोसर कात देवेंद्र यादव । इ आंदोलन एखन दू कदम बढ़ल छल तखने दादा चल गेलाह। इ एकटा संयोग रहल जे जसवंत सिंह जखन भाजपा स धकिया कए निकालि देल गेल छलाह तखन दिग्विजय सिंह आठ-दसटा सांसद क एकटा मोर्चा गठित क जसवंत कए ओकर नेता घोषित कए हुनकर गरिमा क पुनर्बाहाली क कोशिश केलथि। मुदा एक आत दादा इ दुनिया स जा रहल छलाह त दोसर कात गडकरीक हाथ स लड्डू खा जसवंत सिंह भाजपा मे लौट रहल छलाह।

Tags: दिग्विजय सिंह

Related Posts

मैथिलीपुत्र प्रदीप : मिथिलाक लोकक गीतकार

मैथिलीपुत्र प्रदीप : मिथिलाक लोकक गीतकार

May 31, 2020
कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

मिथिलाक धरोहर छलाह प्रदीप

May 31, 2020
कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

May 30, 2020
नीति या हिस्सा आखिर केकरा लेल तमसायल अछि कारोबारी जगत

नीति या हिस्सा आखिर केकरा लेल तमसायल अछि कारोबारी जगत

December 5, 2019
फिल्मक समीक्षा : “गामक घर”  शून्य स अनंत धरि

फिल्मक समीक्षा : “गामक घर” शून्य स अनंत धरि

November 14, 2019
गांधीजी की छलाह ?

गांधीजी की छलाह ?

October 2, 2019
Next Post
Esamaad Epaper Website

ई अल्प विराम किया

Esamaad Epaper Website

समाप्ति क अंतिम पायदान पर पोलियो

Esamaad Epaper Website

साईकिलवाली कए भेटल बस

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

टटका समाचार

साहित्य समाद – समटल प्रकाश

प्राथमिक शि‍क्षा मे मैथि‍ली भाषाकेँ पढ़ाई लेल चलाओल गेल ट्वीटर ट्रेंड : भारत संगे नेपालक मैथिल लेलनि हिस्सा

सात जिला मे बनत बहुउद्देशीय इंडोर स्‍टेडि‍यम, सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक आ स्विमिंग पुल, केंद्र देलक 50 करोड़

एम्स मे शिफ्ट होयत डीएमसीएच क सामान, मार्च मे होएत उद्घाटन, नव सत्र स पढाई

होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

हेलीकॉप्टर स आब वैशाली आबि जा सकता सैलानी, पर्यटन विभाग बना रहल अछि कॉमर्शियल हेलीपैड

फेर स शुरू होएत पंजी सूत्रक पढाई, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय शुरू करत डिप्लोमा कोर्स, genetic relations पर होएत शोध

बिहारक पंचायत क वित्‍तीय स्थिति मे भेल सुधार, पहिल बेर भेटत एक हजार करोड़ तकक उपयोगिता प्रमाण पत्र

आइटीआइ छात्र कए नौकरी देबा लेल 200 कंपनी आउत बिहार, मार्च तक तैयार होएत डेटाबेस

बेसी पढ़ल गेल

No Content Available

सर्वाधिकार सुरक्षित। इसमाद डॉट कॉम मे प्रकाशित सभटा रचना आ आर्काइवक सर्वाधिकार रचनाकार आ संग्रहकर्त्ता लग सुरक्षित अछि। रचना क अनुवाद आ पुन: प्रकाशन वा आर्काइव क उपयोग लेल इ-समाद डॉट कॉम प्रबंधन क अनुमति आवश्यक। प्रबंधक- छवि झा, संपादक- कुमुद सिंह, राजनीतिक संपादक- प्रीतिलता मल्लिक, समाचार संपादक- नीलू कुमारी। वेवसाइट क डिजाइन आ संचालन - जया झा।

हमरा स संपर्क: esamaad@gmail.com

  • मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

error: कॉपी डिसेबल अछि