सरिता सुमन
पटना। पेट्रो बिहार क मरैत उम्मीद गुरुवार कए फेर जागल। राज्य सरकार तेल आ प्राकृतिक गैस क तलाश लेल ओएनजीसी (तेल एवं प्राकृतिक गैस आयोग) आ टीपीएल (टाटा पेट्रोडाइम लिमिटेड) क संग समझौता केलक अछि। एकरारनामा क अनुसार चंपारण (बेतिया) क 2227 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र मे अगिला महीना स गहन सर्वेक्षण शुरू होएत। कंपनी क दावा अछि जे एहि बेर क तलाश मे दुनिया क सर्वोत्तम तकनीक क इस्तेमाल होएत। इ गप अलग अछि जे तेल पूर्णत: किस्मत क खेल अछि। एकरारनामा पर हस्ताक्षर क बाद खनन एवं भूतत्व विभाग क प्रधान सचिव फूल सिंह, ओएनजीसी क नरेंद्र कुमार वर्मा, टीपीएल क अंतनु गुहा संवाददाता स गप करि रहल छलाह। बीमार हेबाक कारण खनन आ भूतत्व मंत्री रामचंद्र सहनी नहि आएल छलाह। हुनकर लिखित भाषण मे आजुक दिन कए बिहार क लेल गौरवपूर्ण दिन बताउल गेल अछि। हुनकर अनुसार तेल आ प्राकृतिक गैस प्रदेश क विकास कए उंच उछाल देओत। एकटा सवाल क जवाब मे प्रधान सचिव आ ओएनजीसी क प्रतिनिधि स्पष्ट केलाह जे प्राकृतिक तेल आ गैस क तलाश बेहद मुश्किल भरल काज अछि। पिछला पचपन-साठ बरस स बिहार मे चल रहल कोशिश कए परिणाम तक नहि पहुंच कए दोसर अर्थ नहि अछि। हुनकर इ गप स सेहो इनकार रहल जे पूरा मनोयोग स तेल आ गैस नहि ताकल गेल। हुनकर अनुसार हम ‘बेस्ट टेक्नोलॉजीÓ क उपयोग क रहल छी। सर्वे क बाद उपलब्ध डाटा क अध्ययन आ ब्लॉक क मूल्यांकन क बाद 3500 मीटर गहिर कूप खोदल जाइत। दूनू चरण मे 50 से 100 करोड़ टका खर्च होबाक अनुमान अछि। दूनू कंपनी क भरोसा अछि जे बिहार भारत क तेल मानचित्र पर अपन स्थान प्राप्त करत।