पटना । लालू पहिने सन नहि रहलाह। लालू बदलि गेलाह अछि। दिल्ली स पटना पहुंचलाक बाद लालू भोर स सांझ धरि विधानसभा चुनाव मे टिकट क दावेदार कए कुर्सी पर बैसा कए बारी-बारी स हुनकर गप सुनलाह। एकटा नेताक अनुसार 2005 विधानसभा चुनाव क लालू आ 2010 क लालू क बोलचाल आ हावभाव मे काफी अंतर अछि। डाट फटकार आ जोर स गप करबाक लालू शैली गायब अछि। आवास क बाहर आ भीतर कोनो शोरगुल नहि, बल्कि शांति क माहौल अछि। राजद सुप्रीमो पहिल बेर अपन आवास पर बनल मंच पर असगर कुर्सी लकए बैस हाथ मे कागज-कलम रखने छलाह। ओ गप भेलाक बाद एक एक गोटेक नाम नोट करैत छलाह। टिकट क गप करबा पर लग मे सब स एक तरहक व्यवहार, चाहे ओ नजदीकी हुए या दूर दराज स आयल नेता हुएथि। बेटिकट हेबा स घबराएल किछु विधायक सेहो अपन गप रखबा लेल पहुंचलथि। मुदा बजबाक मौका केवल दावेदार कए देल गेल।
दिनभर टिकट क दावेदार सबहक गप सुनलाक बाद राति मे लजीज व्यंजन क स्वाद चखबा लेल लालू अपन किछु खास लोकक संग बिस्कोमान स्थित रिवाल्विंग रेस्तरां पहुंच गेलाह। ओ शाकाहारी आ मांसाहारी दूनू प्रकार क व्यंजन क लुत्फ लेलथि। व्यंजन मे दही कबाव, मटन मीट कवाब, तंदूरी चिकेन, मुर्ग मलाई आ मकिली कवाब शामिल छल। लालू क लेल रेस्तरां क पूरा एकटा ब्लाक बुक कराउल गेल छल जाहि मे 25टा कुर्सी लागल छल। लालू अपन संग विधानसभा मे उप नेता शकील अहमद खां, सांसद रामकृपाल यादव, विधान पार्षद गुलाम गौस, रामचन्द्र प्रसाद आ आप्त सचिव भोला यादव कए ल गेल छलाह। लालू कए कोनो हड़बड़ी नहि छल। ओ धीरे-धीरे भोजन क आनन्द उठेलाह। लालू क एहि बदलल रूप कए देखि किछु लोकक कहब अछि जे लालू नीतीश स सीधा टकरेबा लेल अपना कए बदलि रहल छथि आ ओ एलिट क्लास कए इ संदेश देबा मे लागल छथि जे हुनकर भदेस रूप आब खत्म भ चुकल अछि, देखबाक चाही जे अगिला चुनाव मे लालूक इ रूप हुनकर केतबा मदद करैत अछि।