विनीत ठाकुर
पटना। प्रसन्नता क विषय जे महिला सशक्तिकरण क दिशा मे बेटी सब एक डेग आगू बढ़ि पुरुष एकाधिकार क क्षेत्र पुलिस फोर्स मे बेटा सब केँ पछुआय देलक अछि। सिपाही भर्ती परीक्षा मे अपन शानदार प्रदर्शन से ३८प्रतिशत आरक्षण क सीमा तोड़ि सिपाही क ६९ प्रतिशत पद पर सफल भेल अछि जे असफल लड़का सब पचा नहि पाबि रहल छथि। फलस्वरूप एहि चयन क विरुद्ध चौक चौराहा पर महिला चयनक विरोध मे प्रदर्शन कय रहल छथि। थाना आ चौकी क अतिरिक्त महिला पुलिस राति केँ चेकिंग, ट्रैफिक कंट्रोल कय रहलीह अछि।
पुलिस महानिदेशक के एस द्विवेदी जनौलन्हि जे विहार मे पुलिसिंग बदलि रहल अछि। तमिलनाडु क बाद विहार पहिल राज्य अछि जतय सर्वाधिक संख्या मे महिला पुलिस छथि।अन्य नौकरी क अपेक्षा पुलिस मे तीन प्रतिशत अधिक आरक्षण अछि। महिला पुलिस क नियुक्ति सँ थाना सबहक माहौल बदलत आ महिला अपन शिकायत बिना झिझक कहती। ओ आगू जनौलनि जे समाज शास्त्री मानैत छथि जे महिला पुलिस क नियुक्ति से पुलिस के छवि बदलत आ पुरुष पुलिस कर्मीक व्यवहार बदलतैन।
आयोजित परीक्षा मे शारिरिक दक्षता मे बेटा सब केँ पछुआय स्थापित मिथक केँ बेटी सब तोड़लक। शारिरिक दक्षता मे ४२७५९ अभ्यर्थी केँ बजाओल गेल छल जाहि मे २२५६२ अभ्यर्थी सफल भेलाह। बेटी केँ प्रोत्साहन हेतु सरकार पुरुष आ महिला अभ्यर्थी क पृथक पृथक मापदंड रखने छल। दौड़ मे पचास मे पचास अंक प्राप्त कयनिहार पुरुष क अनुपात मात्र ३५ प्रतिशत छल जखनकि ८५ प्रतिशत महिला अभ्यर्थी एहि स्कोर केँ आसानी से छू लेलथि।
सामान्यत वर्ग से महिला अभ्यर्थी ४४४६ आ पुरुष वर्ग से मात्र २६९ अभ्यर्थी क चयन अचंभित करैत वाला छल। यदि ९६३३ पद केँआधार मानल जाय त चयनित महिला क संख्या ६६२० आ पुरुष अभ्यर्थी क संख्या ३०१३ अछि।