मिथिला पेंटिंग स सजाओल गेल 9टा बोगी
दरभंगा । भारतक शताब्दी आ राजधानीक क बाद दोसर दर्जा प्राप्त बिहार संपर्क क्रांति जे देशक कए ठाम सँ राजधानी दिल्ली पहुँचैत अछि, जेकर शुरुआत 2005 से भेल अछि आ अपन समय सीमा क लेल सेहो नामी अछि कए आई डीआरएम समस्तीपुर अपन टीमक संग झंडी देखा रवाना केलथि । दरभंगा सँ चलय बला बिहार संपर्क क्रांति क ऑंगाक हिस्सा कए मिथिला पेंटिंगक इतिहासक आ एहि ठामक परंपरा सँ सजाओल गेल अछि ।
ट्रेन कए सजेबा मे कुल 24टा डिब्बा कए पेंटिंग हेबाक कार्यक्रम अछि जाही मे आई 9टा डिब्बा कए तैयार कए दिल्ली विदा कैल गेल अछि । एहि काज मे चालीसटा छात्रा सबहक सहयोग लेल गेल जेकरा मिथिला पेंटिंग में दक्षता प्राप्त छथि । पेंटिंग मे बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मिथिलांचलक विवाहक दृश्य, खेत खलिहानक आ अनेको गामक दृश्यक चित्र बनाओल गेल अछि। आय देखि कए एहन लागल जेना संपर्क क्रांति नव-नव बधू क रूप चलबा लेल तैयार कैल गेल अछि। डीआरएम समस्तीपुर एहि प्रयोजन सँ पहिने मधुबनी स्टेशन कए सेहो मिथिला पेंटिंग्स स सजा कए एकटा कीर्ति स्थापित कए चुकल छथि । आजुक स्थिति ई छल जे सभटा यात्री जे एहि ट्रैन पर सवार भेल से ट्रेनक साज सज्जा देखिकए अच्म्भित भेल छल । मिथिला पेंटिंगक लए क रेलवे क ई प्रयास अछि जे ई विश्व धरि जन जन तक पहुचँए ।