पटना। मिथिला पेंटिंग वाला मास्क क बाद आब बाजार मे धमाल करबा लेल सिक्की स बनल राखी उतराल गेल अछि। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क लोकल कए वोकल बनेबाक प्रयासक तहत मधुबनीक संस्था क्राफटवाला मिथिला क लोकशिल्प कए बाजार उपलब्ध करेबा मे लागल अछि। एहि प्रयासक तहत संस्था सिक्की स बनल राखी आनलाइन बाजार मे उतारबाक काज केलक अछि। पर्यावरण अनुकूल एहि राखीक सुंदरता अदभुत अछि, संगहि घर बैसल कम दाम मे उपलब्ध भ रहल अछि।
क्राफटवाला क प्रमुख राकेश झा एहि संबंध मे कहैत छथि जे जा धरि अर्थ स मिथिला के मजगूत नहि करब ता धरि भाखा आ साहित्य के आंदोलन अर्थहीन रहत। तैं मिथिला के आर्थिक क्रांति के सूत्रधार बनू जाहि स हमर अहाँ कए भैयारी कए रोजी रोटी वास्ते, अपन्न मैट पईन स दूर नय जाय परै जा धरि गाम मजगूत नय होयत ता धरि भाखा के बजनिहार कतअ स आनब। कटु गप्प छय मुदा सत्य यैह छै। बाद बाँकी कहै में आ सुनय में त जय मिथिला आ जय मैथिली सच्चे बड्ड नीक लगैत छय।
क्राफटवाला क काज पर टिप्पणी करैत पत्रकार पुष्यमित्र कहैत छथि जे राकेश झा नीक काज क रहल छथि। मिथिला पेंटिंग क मास्क कए त देश भरि क लोक पसंद केलक, हमरा लगैत अछि जे सिक्की क पर्यावरण मित्र राखी कए सेहो हमरा सब कए अपनेबाक चाही।
विज्ञापन आ पीआर क दुनियाक बादशाह आ मोदी है तो मुमकिन है सन नारा बनेनिहार राज झा कहैत छथि जे ग्रामीण महिला सब सबस शुभ धागा राखी बना रहल छथि। परंपरागत रूप स जे अहां क हाथ पर राखी बांधल जाइत अछि ओ बनेनिहारक अहां रक्षा करू। आजुक काल मे बहिन भाई कए हाथ मे तरह तरह कए राखी बांधैत अछि। एकटा दूरस्थ गांव कए बहिन सिक्की स राखी बना रहल छथि, घास क खरपात जे सुंदर अछि। हमरा सब कए एहि राखीक उपयोग करबाक चाही।
चुनाव आयोगक ब्रांड एम्बेसडर रहल मणिकांत झा कहैत छथि जे परम्परागत प्रकृति प्रदत सँ बनल ई राखी सरिपहुँ बड्ड अनमोल अछि। सिक्की आउर घास सँ बनल एहि राखीक पर्यावरणक संगे मजगूत बन्हन केर सम्बंध निर्वहन करबाक सशक्त उदाहरण कहब कोनो अतिशयोक्ति नहि । जहिना अदो काल सँ प्रकृति सँ मनुखक गहीरगर संबंध रहलैए आउर आगूओ जुग जुगान्तर शाश्वत रहतैक। ओहिना भाय-बहिनक सिनेहक मजगूत जोर एहि राखी केर कहल जाए, सैह उचित।
श्री झा सार्थक प्रयास लेल क्राफटवाला कए साधुवाद देलथि जे अपन मिथिलाक गौरवमय पहचान देश विदेश धरि पहुँचेबाक काज भ रहल अछि। ओ कहला जे एकरा मिथिलाक आर्थिक विकासक एकटा नव डेग कहल जा सकैछ। एहि प्रकारे निधोख कही त’ कुटीर उद्योग केर रुप मे लोक कलाक फेरो सँ स्थापित करबाक सराहनीय प्रयास । सभक सहयोग सँ मिथिलाकेँ आर्थिक सबल करबा मे हमरा लोकनि केर सेहो भागीदारी होएबाक चाही।