सौ स डेढ सौ साल पुरान गहना देखबा लेल लोक छथि उत्साहित
समदिया
मधुबनी । राजा महाराजाक जमाना मे केहन होइत छल गहना। इ जिज्ञासा कए राजनगरक आभूषण प्रदर्शनी किछु हद तक शांत करत। पुरान आभूषणक चारि दिवसीय प्रदर्शनी 18 स 21 अप्रैल तक राजनगर मे लागि रहल अछि। एहि प्रदशज़्नी मे मिथिला इलाकाक करीब 150 साल पुरान आभूषण कए आम लोकक बीच प्रदशिज़्त कैल जायत। राजनगर मे भ रहल पुरान आभूषणक एहि प्रदर्शनी मे सोना, हीरा आओर चांदी क पुरान आभूषण लोक सब कए देखबा लेल भेटत। चारि दिनक इ प्रदर्शनी जिला मे पहिल बेर आयोजित भ रहल अछि आओर इ राजनगर लेल गौरव क गप छी।
प्रदर्शनी क आयोजक अमरनाथ प्रसाद एहि संबंध मे कहला जे शहर क गांधी चौक स्थित आयोजित एहि प्रदर्शनी क माध्यम स लोक कए सुंदर आ आकर्षक पुरान आभूषण देखबा लेल भेटत। ओ कहला जे एहि चारि दिवसीय प्रदर्शनी मे लोक लेल नव आभूषण सेहो उपलब्ध होएत जे ओ खरीद सकैत छथि।
प्रदर्शित होइवाला पुरान आभूषण क जानकारी दैत ओ कहला जे 150 साल पुराना सोना क हार सेट आकर्षण क मुख्य केंद्र होएत। एकर संगहि टीका, नथिया, मंगलसूत्र, अंगूठी, कंगन, लॉन्ग, टॉप्स आ नोज पीन आदि लोक देख सकैत छथि।
श्री प्रसाद कहला जे पुरान आभूषण जेना प्रदर्शनी मे लोक सब लेल नव आभूषणक सेहो लंबा रेंज रखल गेल अछि जे अक्षय तृतीया क शुभ अवसर पर लोक खरीद सकैत छथि। नव आभूषण क खरीद पर 25 फीसदी तक क विशेष छूट सेहो देल जा रहल अछि।
पुरान आभूषणक प्रति लोक मे जागरुकता बढेबा लेल भ रहल एहि प्रदर्शनीक संबंध मे आयोजक मंडली क सदस्य भोलानाथ प्रसाद क कहब अछि जे मिथिलाक लोक नव डिजाइन लेल पुरान आभूषण कए गलेबा लेल बाध्य करैत छथि या बेच दैत छथि, मुदा पुरान आभूषणक मांग बाहर बहुत अछि। फैशन डिजाइनर सब मुंबई आ दिल्ली सन शहर स भटकैत राजनगर तक पहुंचैत छथि। पिछला दू माह पूर्व चांदीक लगभग 17 किलोक पुरान आभूषण दिल्ली क एकटा फैशन डिजाइनर खरीद ल गेलाह। दुनिया भरि मे पुरान आभूषणक मांग बढि रहल अछि। लोक एक बेर फेर पुरान डिजाइनक प्रति आकर्षित भ रहल छथि। एहन मे इ प्रदर्शनी लोक मे पुरान डिजाइनक प्रति जागरुकता पैदा करत। आयोजक मंडलक सदस्य बलराम सर्राफ कहला जे अखनो पुरनका चाँदीक सिक्का क खरीददार बहुत छै। अंग्रेज जमाना आ ओहु स पुरान सिक्का जमा केनिहार लोग हरदम पुरनका सिक्का मंगैत रहैत छथि, मुदा असली पुरनका सिक्का त आब बनै नहि छै तहि दुआरे लोक सभहक डिमांड क हिसाब स पुरनका सिक्का देखबा मे सेहो आब नहि भेटैत छै। किछु ठाम नबका साँचा मे ढलाई क कए नबका सिक्का कए पुरनका सिक्का बता बेचल जाइत अछि। एहि ठाम सर्टिफाइड पुरनका सिक्का लोक कए देखबा लेल भेटत। ओ कहला जे एहि प्रदर्शनी लेल स्थानीय लोक सब मे काफी उत्साह अछि।