रामबाबू

आगु ओ कहैत अछि कि माँछ उत्पादनक वार्षिक लक्ष्य 6.42 लाख मीट्रिक टन राखल गेल अछि। अहि सालक वित्तीय वर्षमे ई लक्ष्य प्राप्त कS लेबाक पूरा भरोसा अछि। मंत्री कहैत अछि कि 2017- 18 मे 11 मत्स्य बीज हैचरी केर निर्माण कएल गेल। आब राज्यकें निजी क्षेत्रमे सेहो142 मत्स्य हैचरी भ’ गेल अछि। 2016- 17 मे 3002.37 लाख माँछक बीज केर उत्पादन भेल, जे 2017-18 मे बढिकS 3730.47 लाख भ’ गेल अछि।
अहि तरहे बीज उत्पादन मे 24. 25 प्रतिशत के’ वृद्धि भेल। 2016-17 मे जलकर बंदोबस्ती सँ 947 लाख ररुपैयाक राजस्व प्राप्त भेल, जे 2017-18 मे बढिकS 1047 लाख रुपैया भ’ गेल। अहि तरहे राजस्व प्राप्ति मे 14.49 प्रतिशत केर वृद्धि भेल। 2017- 18 मे 522. 11 हेक्टेयर नव जल क्षेत्रक सृजन कएल गेल, जखन कि 2016- 17 मे 213.75 नव जल क्षेत्र सृजित कएल गेल छल। राज्यमे पहिल बेर 8680 हेक्टेयर मे अंगुलिका सभक संचय कएल गेल।
आगु ओ कहैत अछि कि प्रदेशमे माँछक उत्पादन बढ़ेबाक लेल 38 जिलाक मत्स्य पदाधिकारि सभकें साथ बैसार कएल गेल। ओकर परती जलकर सभकेँ मत्स्य जलकर प्रबंधन अधिनियम के तहत दीर्घकालीन व्यवस्था कS विकसित करबाक निर्देश देल गेल अछि। अहि अवसर पर मत्स्य निदेशक डॉ निशात अहमद संगहि वरीय पदाधिकारी सेहो उपस्थित छलाह।
रामबाबू

आगु ओ कहैत अछि कि माँछ उत्पादनक वार्षिक लक्ष्य 6.42 लाख मीट्रिक टन राखल गेल अछि। अहि सालक वित्तीय वर्षमे ई लक्ष्य प्राप्त कS लेबाक पूरा भरोसा अछि। मंत्री कहैत अछि कि 2017- 18 मे 11 मत्स्य बीज हैचरी केर निर्माण कएल गेल। आब राज्यकें निजी क्षेत्रमे सेहो142 मत्स्य हैचरी भ’ गेल अछि। 2016- 17 मे 3002.37 लाख माँछक बीज केर उत्पादन भेल, जे 2017-18 मे बढिकS 3730.47 लाख भ’ गेल अछि।
अहि तरहे बीज उत्पादन मे 24. 25 प्रतिशत के’ वृद्धि भेल। 2016-17 मे जलकर बंदोबस्ती सँ 947 लाख ररुपैयाक राजस्व प्राप्त भेल, जे 2017-18 मे बढिकS 1047 लाख रुपैया भ’ गेल। अहि तरहे राजस्व प्राप्ति मे 14.49 प्रतिशत केर वृद्धि भेल। 2017- 18 मे 522. 11 हेक्टेयर नव जल क्षेत्रक सृजन कएल गेल, जखन कि 2016- 17 मे 213.75 नव जल क्षेत्र सृजित कएल गेल छल। राज्यमे पहिल बेर 8680 हेक्टेयर मे अंगुलिका सभक संचय कएल गेल।
आगु ओ कहैत अछि कि प्रदेशमे माँछक उत्पादन बढ़ेबाक लेल 38 जिलाक मत्स्य पदाधिकारि सभकें साथ बैसार कएल गेल। ओकर परती जलकर सभकेँ मत्स्य जलकर प्रबंधन अधिनियम के तहत दीर्घकालीन व्यवस्था कS विकसित करबाक निर्देश देल गेल अछि। अहि अवसर पर मत्स्य निदेशक डॉ निशात अहमद संगहि वरीय पदाधिकारी सेहो उपस्थित छलाह।
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आगु ओ कहैत अछि कि माँछ उत्पादनक वार्षिक लक्ष्य 6.42 लाख मीट्रिक टन राखल गेल अछि। अहि सालक वित्तीय वर्षमे ई लक्ष्य प्राप्त कS लेबाक पूरा भरोसा अछि। मंत्री कहैत अछि कि 2017- 18 मे 11 मत्स्य बीज हैचरी केर निर्माण कएल गेल। आब राज्यकें निजी क्षेत्रमे सेहो142 मत्स्य हैचरी भ’ गेल अछि। 2016- 17 मे 3002.37 लाख माँछक बीज केर उत्पादन भेल, जे 2017-18 मे बढिकS 3730.47 लाख भ’ गेल अछि।
अहि तरहे बीज उत्पादन मे 24. 25 प्रतिशत के’ वृद्धि भेल। 2016-17 मे जलकर बंदोबस्ती सँ 947 लाख ररुपैयाक राजस्व प्राप्त भेल, जे 2017-18 मे बढिकS 1047 लाख रुपैया भ’ गेल। अहि तरहे राजस्व प्राप्ति मे 14.49 प्रतिशत केर वृद्धि भेल। 2017- 18 मे 522. 11 हेक्टेयर नव जल क्षेत्रक सृजन कएल गेल, जखन कि 2016- 17 मे 213.75 नव जल क्षेत्र सृजित कएल गेल छल। राज्यमे पहिल बेर 8680 हेक्टेयर मे अंगुलिका सभक संचय कएल गेल।
आगु ओ कहैत अछि कि प्रदेशमे माँछक उत्पादन बढ़ेबाक लेल 38 जिलाक मत्स्य पदाधिकारि सभकें साथ बैसार कएल गेल। ओकर परती जलकर सभकेँ मत्स्य जलकर प्रबंधन अधिनियम के तहत दीर्घकालीन व्यवस्था कS विकसित करबाक निर्देश देल गेल अछि। अहि अवसर पर मत्स्य निदेशक डॉ निशात अहमद संगहि वरीय पदाधिकारी सेहो उपस्थित छलाह।
रामबाबू

आगु ओ कहैत अछि कि माँछ उत्पादनक वार्षिक लक्ष्य 6.42 लाख मीट्रिक टन राखल गेल अछि। अहि सालक वित्तीय वर्षमे ई लक्ष्य प्राप्त कS लेबाक पूरा भरोसा अछि। मंत्री कहैत अछि कि 2017- 18 मे 11 मत्स्य बीज हैचरी केर निर्माण कएल गेल। आब राज्यकें निजी क्षेत्रमे सेहो142 मत्स्य हैचरी भ’ गेल अछि। 2016- 17 मे 3002.37 लाख माँछक बीज केर उत्पादन भेल, जे 2017-18 मे बढिकS 3730.47 लाख भ’ गेल अछि।
अहि तरहे बीज उत्पादन मे 24. 25 प्रतिशत के’ वृद्धि भेल। 2016-17 मे जलकर बंदोबस्ती सँ 947 लाख ररुपैयाक राजस्व प्राप्त भेल, जे 2017-18 मे बढिकS 1047 लाख रुपैया भ’ गेल। अहि तरहे राजस्व प्राप्ति मे 14.49 प्रतिशत केर वृद्धि भेल। 2017- 18 मे 522. 11 हेक्टेयर नव जल क्षेत्रक सृजन कएल गेल, जखन कि 2016- 17 मे 213.75 नव जल क्षेत्र सृजित कएल गेल छल। राज्यमे पहिल बेर 8680 हेक्टेयर मे अंगुलिका सभक संचय कएल गेल।
आगु ओ कहैत अछि कि प्रदेशमे माँछक उत्पादन बढ़ेबाक लेल 38 जिलाक मत्स्य पदाधिकारि सभकें साथ बैसार कएल गेल। ओकर परती जलकर सभकेँ मत्स्य जलकर प्रबंधन अधिनियम के तहत दीर्घकालीन व्यवस्था कS विकसित करबाक निर्देश देल गेल अछि। अहि अवसर पर मत्स्य निदेशक डॉ निशात अहमद संगहि वरीय पदाधिकारी सेहो उपस्थित छलाह।