कुमुद सिंह
एकटा असफल राज्यक चर्च क ओहि पर बहस क हम केतबा सफल भ सकैत छी। ओ समाज कखनो विकसित नहि भ सकैत अछि जे अपना स अविकसित समाजक चर्च करै या ओहि पर बहस करै। राज्यसभाक उपसभापति संपादक हरिवंश क लिखल इसमाद पर एकटा आलेख बीमारू नहि अछि बिहार मे एहि संदर्भ मे विशेष उल्लेख केने छथि। केंद्र में मोदी सरकार केलाक बाद राष्ट्रवाद क नाम पर भारतक समाज मे इस्लामिक आतंकवाद आ पाकिस्तान पर बहस सिमटि कए रहि गेल अछि। आइ चीनक बच्चा जतए भारतक इम्फोसिस देख रहल अछि आ अपन देश कए आइटी क क्षेत्र में भारत स आगू ल जेबाक लेल प्रयत्नशील अछि ओतहि भारतक बच्चा कए देखाउ जा रहल अछि सिरियाक युद्ध आ पाकिस्तानक मदरसा। भारतक बच्चा क लक्ष्य चीन या अमेरिका नहि अछि। ओ अपना कए पाकिस्तान स बलशाली, योग्य आ विकसित मानि संतुष्ट भ चुकल अछि। भारत बच्चा कए ऑक्सफोड, हावर्ड या कैब्रिज में भ रहल शोधक कोनो जानकारी नहि देल जा रहल अछि, ओकर दिमाग में मदरसा में पढाउल जा रहल तथ्यक खोइंचा छोडा छोडा कए जानकारी देल जा रहल अछि। आइ भारत सरकार अपने मीडिया प्रबंधनक बल पर नहि केवल भारतीय जनमानसक लक्ष्य छोट क रहल अछि, बल्कि पाकिस्तान स बेहतर आ मजबूत भेनाई अंतिम उपलब्धि बना देबाक प्रयास में अछि। ओना एहि मे ओ काफी हद तक सफल सेहो भ रहल अछि। पाकिस्तानक मदरसा देख कए भारतक कोनो बच्चा नहि त कलाम बनत आ नहिये ओ चांद पर जेबाक सपना देखत। केंद्र सरकार क एहि दीर्घकालीन नीतिक प्रभाव भारतीय समाज पर अगिला 40-50 साल बाद देखबा मे भेटत।
बीमारू नहि अछि बिहार शीर्षक स प्रकाशित श्री हरिवंश अपन आलेख मे कहैत छथि जे चीन यात्राक दौरान हुनका चीनक एकटा बच्चा स संवाद करबाक मौका भेटल। ओहि बच्चा मे देशभक्ति भरल छल आ अपन देशक विकास लेल ओ चिंतित छल। भारतक संदर्भ मे ओकरा लग केवल एतबा जानकारी छल जे आइटी सेक्टर में चीन भारत स पाछू अछि आ ओहि बच्चा कए उम्मीद छल जे ओकर देश अहिला किछु बर्ष मे एहि क्षेत्र मे सेहो भारत स आगू भ जायत। इ प्रकरण करीब एक दशक पुरान अछि, मुदा हाल में फोर्ब्स पत्रिका दिस स जारी भेल आइटी कंपनीक सूची मे अमेरिका क कंपनी सबस बेसी अछि। दुनिया क 250 सम्मानित कंपनी क सूची असगर 59 टा कंपनी अमेरिका अछि, मुदा ओकर बाद भारत नहि अछि बल्कि जापान आ चीन अछि, तेकर बाद भारत क कंपनीक नंबर अबैत अछि। दस साल पूर्व चीन क ओहि बालकक सपना ओकर देश पूरा क देलक। चीन एहि क्षेत्र में भारत से आगू भ गेल। आइ भारतक बच्चा कौन सपना देख रहल अछि। ओकर परिवेश मे कौन विषय पर चर्च भ रहल अछि। ओकर लक्ष्य पाकिस्तान बना देल जा रहल अछि, ओकरा चीन या अमेरिका स कोनो प्रतिस्पर्धा नहि अछि। चंद्रयान कए आसमान मे देखिए चीन आ अमेरिकाक बच्चा जतय चिंतित होइत अछि ओतहि भारतीय बच्चा एहि स गदगद भ जाइत अछि जे पाकिस्तान लग त अपन सेटेलाइट तक पठेबा लेल रॉकेट नहि अछि। भारत बच्चा क भीतर इ सपना जन्म नहि लैत अछि जे हमरा अमेरिका जेकां चांद पर मनुष्य कए उतारब एखन बाकी अछि।
भारतीय जनमानस मे पैदा भेल इ सोच आ फोर्ब्स क सम्मानित फर्म क सूची में महज 17टा भारतीय कंपनीक नाम देखब एकटा दीर्घकालीन असफलता दिस ईशारा क रहल अछि। हम एकटा असफल देश कए अपन लक्ष्य बना चुकल छी। ओकर चर्च क अपन सोच, अपन सपना आ अपन शोध कए दीर्घकाल लेल नष्ट क रहल छी। फोर्ब्स क सम्मानित फर्म क सूची मे मात्र 17टा भारतीय कंपनी कए स्थान भेटल, जखन कि पिछला दस साल मे एकर विस्तार हेबाक चाहैत छल। हम 10 साल पूर्व एकटा क्षेत्र में कम स कम दुनिया मे सबसे आगू रही। ओना एहि सूची में इंफोसिस, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) आ एचडीएफसी सन कंपनी शामिल अछि।
सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र क कंपनी इन्फोसिस कए दुनिया क सम्मानित कंपनीक सूची मे तेसर स्थान भेटल अछि। की हम एहि पर खुश भ जाये जे एहि सूची मे पाकिस्तानक कोनो कंपनी नहि अछि या हम एहि पर चिंतित भ जाये जे हमर देशक कंपनी तेसर भ गेल। हम एखनो अमेरिका स पाछु छी। एकरा पहिल हेबा मे केतबा दिन लागत। सरकार लग एकरा लेल की नीति अछि, हमर एहि मे कोना योगदान भ सकैत अछि। ताहि पर बहस कतहु नहि भ रहल अछि।
वैश्विक भुगतान प्रौद्योगिकी कंपनी वीजा एहि सूची मे पहिल स्थान पर अछि आ इटली क कार कंपनी फेरारी दोसर स्थान पर। सूची मे शामिल शीर्ष दस कंपनी मे नेटफ्लिक्स चारिम, पेपाल पांचम, माइक्रोसॉफ्ट छठम, वाल्ट डिज्नी सातम, टोयोटा मोटर आठम, मास्टरकार्ड नौम आ कॉस्टको होलसेल दसम स्थान पर अछि। सूची मे शीर्ष 50 स्थान मे टीसीएस 22म और टाटा मोटर्स 31म स्थान पर अछि। एहन मे अगर हमर देशक बच्चा भोर स लग कए सांझ तक पाकिस्तान आ सिरिया तक सिमटल रहैत अछि त इ भारत भविष्य कए सुनियोजित तरीका स अंधराकारमय करबाक प्रयास लगैत अछि। फोर्ब्स कहलक अछि जे ‘Infosys’ एहि सूची मे एशियाई कंपनी मे सबस आगू अछि। इन्फोसिस पर चीनक बच्चा क नजरि अछि, मुदा भारत क बच्चाक नजरि अमेरिकाक 59 टा कंपनी पर नहि बल्कि पाकिस्तानक मदरसा पर अछि।
भारतीय कंपनी क संख्या सूची मे महज 17 अछि। जाहि मे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (22) आ टाटा मोटर्स (31) शीर्ष 50 कंपनी मे अछि। बाकी टाटा स्टील (105), लार्सन एंड टुब्रो (115), महिंद्रा एंड महिंद्रा (117), एचडीएफसी (135), बजाज फिनजर्व (143), पीरामल एंटरप्राइजेज (149), स्टील अथॉरिटी आफ इंडिया (153), एचसीएल टेक्नोलॉजीज (155), हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (157), विप्रो (168), एचडीएफसी बैंक (204), सनफार्मा इंडस्ट्रीज (217), जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन आफ इंडिया (224), आईटीसी (231) आ एशियन पेंट्स (248) पछुआयल अछि।