रामबाबू
नयी दिल्ली । केंद्रीय कृषि व किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह कहलनि कि बिहारमे गंगा आऔर अन्य नदिक कछेरमे नारियलक खेतीक नीक संभावना अछि। एखन बिहारमे 15 हजार हेक्टेयरमे नारियलक खेती भS रहल अछि। भविष्यमे अहि राज्यमे 50 हजार हेक्टेयरमे नारियलक खेती होयत। दू बरख पहिने धरि देश नारियल तेलक आयात देश छल से आब निर्यातक देश बनि गेल अछि। नारियलक खेतीसँ किसान सभक आमद सेहो बढ़ि रहल अछि।
शनिदिन ओ जगदेव पथके लगिच नारियल विकास बोर्डकें किसान प्रशिक्षण केंद्र व क्षेत्रीय कार्यालय भवन केर उद्घाटनक बाद सम्बोधित कS रहल छल।
ओ कहलनि कि वर्ष 2016-17 मे भारतसँ 2084 करोड़ रुपैयाक नारियल उत्पादक सभक निर्यात कएल गेल। मलेशिया, इंडोनेशिया आऔर श्रीलंका मे नारियल तेलक निर्यात कएल जा रहल अछि। एक करोड़ सँ बेसी लोकक जीवाक साधन नारियल अछि । बिहारक मधेपुरामे 100 हेक्टेयरमे नारियल गाछक नर्सरी अछि। अहि नर्सरी सँ 1.62 लाख नीक वेराइटीक गाछ किसान सभकें देल गेल। नारियलक खेतीकें बकतियार करय लेल 4.09 करोड़ राशि बिहारकें देल गेल अछि।
केंद्रीय मंत्री कहलनि कि 1985मे बिहारमे नारियल विकास बोर्ड केर क्षेत्रीय कार्यालय बनेबाक घोषणा भेल, जे मोदी सरकारमे पुर भेल। ओ कहलनि कि अहि कार्यालय केर निर्माणमे दिक्कति आएल परञ्च पछिला साल जनवरीमे शिलान्यास आ एक सालमे काज पूरा सेहो भS गेल। एतय किसान सभकेँ प्रशिक्षण सेहो भेटतनि। अहिमे होयवाला फिरशानि लेल वैज्ञानिकक मदति सेहो लेल जा सकत। एकर खेतीक सँग नारियल केर तोड़बाक आओर अहिसँ अन्यान्य उत्पाद तैयार करबाक प्रशिक्षण सेहो लS सकैत अछि। अहि अवसर पर दीघा केर भाजपा विधायक संजीव चौरसिया, नारियल विकास बोर्ड केरअध्यक्ष समेत मधेपुरा, पूर्णिया व अन्य जिला सभकें नारियल उत्पादक किसान विद्यमान छलाह।