नेहा खातून
समस्तीपुर । देश क दोसर राज्य सब मे जतए न्याय पंचायत बंद पड़ल अछि ओतहि बिहार मे ग्राम कचहरी उल्लेखनीय भूमिका निभा रहल अछि। समस्तीपुर जिलाक सरायरंजन प्रखंड मे स्थित धर्मपुर ग्राम पंचायत मे पिछला दस वर्ष मे लगभग 400 विवाद दाखिल भेल। ग्राम कचहरी सबटा विवाद कए निपटा एकटा रिकार्ड बना देलक अछि। एहि ठाम आब कोनो विवाद एहन नहि जेकर फैसला पर संबंधित पक्षकार कए असहमति छैन आ ओ ऊपरी अदालत जेबाक कोनो योजना बना रहल छथि। अधिकतर विवाद मे दूनू पक्ष क बीच समझौता भेल अछि। बाकी विवाद मे दोषी पक्ष पर आर्थिक जुर्माना लगाउल गेल अछि। ग्राम कचहरी द्वारा लगाउल गेल जुमाना कए दोषी पक्ष सहर्ष अदा सेहो क देलथि अछि।
गामक सरपंच मनीष कुमार झा विधि स्नातक छथि आ तेसर बरे सरपंच चुनल गेलाह अछि। मनीष कहैत छथि- ग्रामीण मे ग्राम कचहरी क प्रति बहुत आस्था अछि। अधिकतर विवाद लेन-देन आ छोट मोट झगडा संबंधी अछि।
बिहार क संदर्भ मे ग्राम कचहरी जाहि विवाद पर कार्यवाही करैत अछि ओहि मे 58 फीसदी विवाद जमीन संबंधित आ 20 फीसदी घरेलू विवाद अछि। जाति आ वर्ग क आधार पर देखल जाए त 85 फीसदी विवाद दलित आ पिछड़ा वर्ग स संबंधित अछि। विवाद क 90 फीसदी हिस्सा समझौता स हल भ जाइत अछि। शेष दस फीसदी मामला मे सौ स एक हजार टका क जुर्माना लगाउल गेल। ग्राम कचहरी मे कुल मामला में स महज 03 प्रतिशत विवाद ऊपरी अदालत तक जा रहल अछि।
अपन सरकार अभियान क संयोजक डॉ. चंद्रशेखर प्राण प्रदेश मे न्याय पंचायत कए बहाल करबाक मांग क रहल छथि। प्राण कहैत छथि जे उत्तर प्रदेश पंचायती राज अधिनियम -1947 क धारा -52 क अनुसार न्याय पंचायत क अधिकार क्षेत्र मे भारतीय दंड संहिता क लगभग 39टा धारा अछि। भारतीय दंड संहिता क उक्त 39 धारा क तहत यदि प्रदेश क न्याय पंचायत मामला कए सुलझा लेत त प्रदेश क अधिकतर मामला गांव स्तर पर सुलझि जाएत।