पटना । उद्योग मंत्री दिनेश चन्द्र यादव कहला अछि जे 2005-06 स एहन धरि उद्योग स्थापना क 173 प्रस्ताव अनुमोदित भ चुकल अछि, जाहि मे स 16 इकाई कार्यरत अछि। अनुमोदित औद्योगिक इकाई मे 1 लाख 10 हजार करोड़ क पूंजी निवेश प्रस्तावित अछि। ओ कहलथि जे प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रत्येक वर्ष राज्य क प्रतिनिधिमंडल जाइत अछि। ओ कहलथि जे गया क तिलकुट व्यवसाय कए क्लस्टर मे प्रोत्साहित कैल जाइत । एहि मे खाद्य प्रसंस्करण उद्योग कए शामिल कैल जाइत ।
श्री यादव कहलथि जे राज्य मे 1243 अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र अछि, जाहि मे 636 कार्यरत अछि। ओ कहलथि जे सबटा अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र कए चालू कैल जा रहल अछि आ ओहि मे 24 घंटा इलाज क व्यवस्था कैल जा रहल अछि। जखन सरकार पूर्व क अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र कए चालू नहि करि रहल अछि त 1500 नव अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र केना स्थापित होइत। एहि पर मंत्री निरुत्तर भ गेला। एहि स पूर्व मंत्री कहला जे कार्यरत अतिरिक्त स्वास्य केन्द्र मे 494 सप्ताह मे तीन दिन क लले आ 142 सप्ताह मे 6 दिन क लेल कार्यरत अछि। ओ कहलथि जे पीपीपी क आधार पर 44 अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र कए चलेबाक प्रयास भ रहल अछि। एहि केन्द्र पर निजी चिकित्सक उपलब्ध रहताह। एहि अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे आयुष चिकित्सक क संविदा पर बहाली होइत। ओ कहलथि जे 100 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मे छह बेड क सुविधा उपलब्ध कराउल जाइत।
दोसर दिस लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री अश्र्विनी कुमार चौबे कहला जे गंगा नदी क कछैर स्थित जिल मे नदी क कछैर स 10 किलोमीटर अन्दर क पेयजल स्रोतों क आर्सेनिक जांच करादल जा रहल अछि। ओ कहलथि जे प्रारम्भिक जांच मे भोजपुर जिला क 97 टोला आ बक्सर जिला क 297 टोल क पेयजल स्रोतों मे आर्सेनिक क मात्रा निर्धारित अनुमान्य स अधिक पाउल गेल। ओ कहलथि जे बक्सर जिला क बक्सर आ सिमरी प्रखण्ड क 130 आर्सेनिक प्रभावित टोल मे शुद्ध पेयजल क आपूर्ति क लेल 112.57 करोड़ क योजना क कार्यान्वयन प्रक्रियाधीन अछि। एकरा बाद गंगा जल कए शोधन कए आपूर्ति कैल जाइत । एकर अलावा मनेर, सहदेई बुजुर्ग , हाजीपुर आ विदुपुर मे आर्सेनिक दूर करबाक योजना क कार्यान्वयन कैल जा रहल अछि। ओ कहलथि जे पेयजल आपूर्ति क स्वीकृत 153 योजना मे स 54 क लेल तीन बेर निविदा आमंत्रित भ चुकल अछि मुदा कोई नहि आयल अछि। एकरा लेल फेर स निविदा आमंत्रित कैल जा रहल अछि। एहि काज कए अगिला वित्तीय वर्ष मे पूरा कैल जाइत। ओ कहलथि जे बांका जिला क महेशपुर पहाड़ पर स्थित मंदिर तक पानी पहुंचेबाक लेल जल स्रोत क जांच कैल जा रहल अछि। एकटा अन्य प्रश्नक उत्तर मे ओ कहलथि जे बन्द उद्योग गया काटन मिल व जहानाबाद क चमड़ा कारखाना कए चालू नहि कैल जा सकैत अछि।
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