मधुबनी । विहार से एकमात्र खिलाड़ी कुन्दन द . अफ्रीका क डरबन मे आयोजित ताइक्वांडो विश्व चैंपियनशिप मे भाग लेता।कुंदन क जीवन कठिनाई आर्थिक कठिनाई मे बीतल अछि। गया क वंग्लास्थान मुहल्ला वासी कुंदन क पिताजी काटन मिल मे कार्यरत छलाह।हुनक नौकरी छुटला क बाद कुंदन साइकिल स्टैंड मे काज करैत अपन प्रैक्टिस करैत रहला. परन्तु ओ अपन हिम्मत नहि हारलैथ।हुनका जूडो कराटे क प्रति बचपने से लगाव छलैन्ह।
बहुत कठिनाई से कुंदन के वर्ष २०१३ मे राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होयबाक अवसर प्राप्त भेलैन परंतु ओ एहि सँ बाहर भ गेला।ई हारि हुनक हौसला आरो बढ़ा देलक फेर 2017 मे मलेशिया में इंटरनेशनल निलो कराटे चैंपियनशिप मे शामिल भ के कांस्य पदक जीतलाह। ओही वर्ष नेपाल मे मिक्स मार्शल आर्ट क विश्व चैंपियन टायशन ब्रायशन के हाथें पदक जीतलाह।
विश्व चैंपियन बनबा लेल कठोर मेहनत करै बाला कुंदन कहलनि जे ओ नित्य ६ घंटा अभ्यास क रहल छथि। ओ विश्वास व्यक्त कयल जे देश क लेल ओ अवश्य पदक जीतता हुनक अगिला लक्ष्य २०२० मे आयोजित ओलिम्पिक क्वालिफाई केनाई छैन्ह । ओ कहलनि जे एक मिनट मे १२५ पुशअप क दावा अछि, पछिला विश्व रेकर्ड भारत क नामे एक मिनट मे ९० दर्ज अछि। ओ विश्व रेकर्ड बनाय गिनीज बूक मे नाम दर्ज कराब चाहैत छथि। ओ अपन रेकर्ड अपनहि तोड़बाक इच्छा रखैत छथि।
कुंदन अपन अनुभव कहलैन जे ओ जतय कतौ खेलाय लेल जाईत छथि, विहार क नाम सुनिते सब आश्चर्य व्यक्त करैत छथि। विहार क खिलाड़ी संग भेद भाव कयल जाइत छैन्ह। विहार सरकार द्वारा खिलाड़ी सबहक कोनो मदति नहि करबा क शिकायत ओ कयलन्हि। साउथ अफ्रीका जेबाक छैन्ह ,टिकट त भ गेलैन परन्तु पाई क व्यवस्था करबाक छैन्ह।