मिथिलाक गौरवपूर्ण इतिहास मे मिथिलाक विद्वान लोकनिक ज्योतिष गणित मे योगदान विषय उपेक्षित रहल अछि । प्रस्तुत पुस्तक एहि पक्ष कए प्रकाश मे आनबाक संभवत: प्रथम प्रयास अछि । एतय प्राचीन काल सँ अद्यावधि मिथिलाक ज्योतिषविद् लोकनि आ हुनका द्वारा रचित ग्रंथ सभक विवरण क्रमबद्ध रुपें दश अध्याय मे प्रस्तुत केल गेल अछि ।
प्रथम अध्याय मे मिथिला मे ज्योतिष, ज्योतिष शास्त्रक महत्ता, सिद्धांत ग्रंथ, ग्रह गणना, पंचांग वेध, संहिता, होरा, शकुन शास्त्र आ गणित संबंधी ग्रंथ । द्वितीय अध्याय मे मिथिलाक ज्योतिषविद् । तृतीय अध्याय मे वर्ण रत्नाकरक आधार पर मिथिला मे ज्योतिषशास्त्रक परम्परा । चतुर्थ अध्याय मे महाकवि विद्यापति ज्योतिषविद् छलाह ? पंचम अध्याय मे ज्योतिष शास्त्र मे दरभंगा राजक अवदान । षष्ठ अध्याय मे ज्योतिषविद् गोकुलनाथ उपाध्याय । सप्तम अध्याय मे मिथिलाक लोक चित्रकला मे गणित एवं ज्योतिष । अष्टम अध्याय मे मिथिला मे ज्योतिष विद्याक प्रमुख केन्द्र । नवम अध्याय मे मिथिला मे मिथिलेतर ज्योतिष सिद्धांत आ दशम अध्याय मे मिथिलाक प्रसिद्ध ज्योतिष ग्रंथक सूची देल गेल अछि ।
एहि पुस्तक मे उपलब्ध सूचना सभ कें व्यवस्थित रूपें सरल, सुबोध भाषा में प्रस्तुत कयल गेल अछि । जाहि स सर्वसाधारण पाठकक संगहि जिज्ञासु विद्वान लोकनि सेहो एहि पुस्तक स लाभान्वित होएत । विशेष रूप स युवा पीढीक शोधार्थी कए एहि पुस्तक स प्रेरणा भेटत । पुस्तक पठनीय अछि आ संग्रहणीय सेहो ।
एहि पुस्तकक लेखक डा. परमेश्वर झा बिहारक विभिन्न कालेज मे प्राचार्यक पद पर काज करैत सेवानिवृत भेल छथि । संगहि गणितक विभिन्न पक्ष स संबंधित शोधकार्य मे संलग्न रहलाह । फलस्वरूप वैदिक गणित, आर्यभटक गणितीय अवदान, मिथिला मे गणित ज्योतिष, जैन गणित आदि महत्त्वपूर्ण पक्ष सँ संबंधित हुनक ५ दर्जन शोधपत्रक संगहि ५ पुस्तकक प्रकाशन संभव भेल अछि । देशक विभिन्न भाग मे आयोजित राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी सम्मेलन मे हिनका भारतीय गणित सँ संबंधित शोधपत्र प्रस्तुत करबाक अवसर भेटलनि आ सम्मानित आ पुरस्कृत भेलथि । एखनहु लगभग ८१ वर्षक आयु मे शोधकार्य मे संलग्न रहैत छथि । फलतः एहि महत्त्वपूर्ण प्रामाणिक पुस्तक ‘ मिथिला मे ज्योतिषक परम्परा‘ प्रणयण प्रकाशन संभव भ सकल ।
पुस्तकक मूल्य- १८०/- टका.
पुस्तकक लेल संपर्क – व्यवस्थापक, मांडवी प्रकाशन, सरस्वती सदन,
विद्यापूरी, सुपौल ( बिहार) -८५२१३१. फोन- ०६४७३-२२३५५१