समदिया
पटना । नेशनल इंस्टीच्यूट आन इंटीग्रेटेड फार्मिंग लेल केंद्र सरकार स दू वर्ष पूर्व आयल प्रस्ताव पर आखिरकार बिहार सरकार फैसला ल लेक अछि। बिहार सरकर नेशनल इंस्टीच्यूट आन इंटीग्रेटेड फार्मिंग खोलबा लेल स्थान क चयन क लेलक अछि। इ संस्थान पूर्वी चंपारण क पीपराकोठी मे खुलत। एहि संस्थान लेल राज्य सरकार करीब 25 एकड जमीन ताकि लेलक अछि। उल्लेखनीय अछि जे एहि संस्थान लेल मधुबनी मे सेहो जमीन ताकल जा रहल छल, मुदा स्थानीय नेता आ प्रशासनक उदासीनता क कारण ओहि ठाम जमीन उपलब्ध नहि भ सकल। नेशनल इंस्टीच्यूट आन इंटीग्रेटेड फार्मिंग मुख्य रूप स तरकरी, फल, माछ आ फूल क समेकित खेती पर अध्ययन आ शोध करत। नेशनल इंस्टीच्यूट आन इंटीग्रेटेड फार्मिंग मे किसान कए नव विधि क प्रशिक्षण क व्यवस्था होएत।
संस्थानक वैज्ञानिक आसपास क गाम मे जा कए खेती क नव तकनीक स किसान कए अवगत करौतथि। कम जमीन मे केना बेसी चीज बेसी मात्रा मे उपजाउल जा सकैत अछि एकर जानकारी भेटला स चंपारणक किसान कए निश्चित लाभ भेटत। एहि संस्थान मे समेकित खेतीक बिहार मॉडल सेहो विकसित कैल जायत। बिहार मे एहि संस्थान कए खोलबाक पाछु केंद्र क मंशा दोसर हरित क्रांति कए शुरु करब अछि। कृषि उत्पादन आयुक्त विजय प्रकाश क कहब अछि जे एहि संस्थान लेल केंद्र जमीनक मांग केने छल। राज्य सरकार जमीन उपलब्ध करा रहल अछि। एहि संस्थान स किसान कए बहुत लाभ होएत।