पटना । नॉर्वे क कंपनी बिहार मे सोलर सिस्टम लगेबाक लेल तैयार भए गेल अछि । राज्य निवेश प्रोत्साहन परिषद (एसआईपीबी) योजनाक अंतर्गत ओकर अधिकारी उद्योग विभागमे आवेदन कएलक अछि । कम्पनी पहिल अवस्थामे 3600 करोड़क योजना रूपरेखा बना क एसआईपीबी केर देलक अछि जेकर अनुमोदन भ चुकल अछि। आधिकारिक सूत्रसँ ज्ञात भेल अछि जे नॉर्वे केर हैमलेट सोलर प्रजेंट कोलेबोरेटर्स प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी 500 मेगावाट क्षमताक सोलर प्लांटक प्रोजेक्ट लेल वैशाली जिलामे जंदाहाक पातेपुरमे जगह चयन कएलक अछि। ओतय शुरुआती काज सेहो शुरू भ चुकल अछि।
संगहि पहिल अवस्थाक अनुमोदन वाला दू गोट आओर प्रस्ताव सौर ऊर्जा सँ जुड़ल चलि रहल अछि। अहिमे सँ एकटा बांका केर बौंसीमे 27.64 करोड़क लागत सँ उदिप्ता एनर्जी, आ दोसर गया घाटक शेरघाटी मे 81.23 करोड़क लागतसँ सनमार्क एनर्जी। अहि दुनु प्रस्ताव पर ऊर्जा विभाग सँ मंतव्य माँगल गेल अछि। आधिकारिक सूत्रक कथ्य अछि जे एखन प्रतिदिन बिजलीक मांग 5000 मेगावाट अछि जखन की 4000 केर मात्र उत्पादन भ रहल अछि। केंद्रीय कोटा सँ 2200 सँ 2500 मेगावाट बिजली भेट रहल अछि। कांटी थर्मल पावरसँ करीब 400 मेगावाट बिजली भेट रहल अछि आ बाजार सँ करीब 1200 सँ 1500 मेगावाट बिजली खरीद पड़ि रहल अछि। अहि कारण थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स पर निर्भरता बेसी अछि। बौंसीक उदिप्ता एनर्जी, आ शेरघाटी सनमार्क एनर्जी केर लगाओल सोलर प्लांट, घरकेँ छत पर प्लांट लगेबाक लेल 75% अनुदान राशि देत।
बिहार पर जतय सूर्यदेवक कृपा करीब नौ मास धरि भेटैत अछि आ ताहि हेतु सौर उर्जाक उत्पादन लेल अतिउत्तम अछि। केंद्र सरकारक स्टार्टअप इंडियाक थीम सेहो सौर ऊर्जाक पुरजोर समर्थक अछि। तेहनमे बिहार सरकार 2016 सँ लोकक घरकेँ छत पर सुभिस्ता वाला बिजली प्लांट 75% अनुमोदन राशि पर लगेबाक व्यवस्था कएने अछि। करीब कुल खर्चाक केवल 25% पर प्लांट लगा सकैत अछि। सौर उर्जाकें बढाबा देबाक लेल निजी घरकें लेल राज्य सरकार 45% आ केंद्र सरकार 30% अनुदान राशि दS रहल अछि। संगहि लोकक बीचमे एकर महत्ता लेल सरकार अस्पताल, समाहरणालय व जिला अतिथि गृह सभमें, अभिलेख भवन, मुख्य न्यायाधीश का आवास, विद्युत भवन, राजभवन, जेपी और बीआर अांबेदकर विवि आदि इत्यादिमे सोलर रूफटॉप पावर प्लांट लागल अछि।
निजी सोलर रूफटॉप पावर प्लांट सँ बिजलीक ख़र्चमे बचत होयत जकर उपयोग उद्योग आओर कृषिक क्षेत्रमे होयत। तखन बिजलीक उपयोग सँ उत्पादन बढाएल जा सकैए। किसान केर बेसी सँ बेसी बिजली देल जा सकैए। घरक बिजली बिल सेहो कम आओत आ अहिसँ उपभोक्ताकें लाभ होयत। रातिमे बिजलीक खपत कम होयत तँ लोक एकर उपयोग क बचत क सकैए।