• मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क
Esamaad
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
Esamaad

बढ़ल विदेशी पर्यटकक आवाजाही

December 2, 2008
in समाद विशेष
A A

दोसरसमाचार

नुकायल अपन सौरा कहीं हेरा नहि जाये

नुकायल अपन सौरा कहीं हेरा नहि जाये

November 10, 2019

विकसित मिथिला आखिर कोना बनल पिछडल मिथिला

February 23, 2019

बढैत गेल बीमारी, घटैत गेल इलाज

January 15, 2018

दिल्‍ली स पहिने दरभंगा आयल छल बिजली

January 1, 2018

पटना। बिहार क पर्यटन स्थलक प्रति विदेशी पर्यटक कए आकर्षण लगातार बढि़ रहल अछि। बीतल समय मे कानून व्यवस्था क खराब स्थिति आ पर्यटक स्थल क उपेक्षा क कारण पर्यटक कए बिहार भ्रमण क रफ्तार कम छल। मुदा पिछला तीन साल मे बाहर स आबै वाला लोक क गति काफी तेज भ रहल अछि। देशी पर्यटक क लगाव सेहो बढ़ल अछि, मुदा दोसर देश स आबै वाला क संख्या बेसी तेजी स बढ़ल अछि। नालंदा, राजगीर, गया व बोधगया विदेशी पर्यटक क आकर्षण क मुख्य केन्द्र रहल अछि। पिछले तीन वर्ष क हिसाब देखला पर पता चलैत अछि जे 2005 में बिहार आबैवाला विदेशी पर्यटक क संख्या 63.3 हजार छल। 2006 मे इ संख्या बढि़कए 94.4 हजार भेल, जखन कि 07 मे 177.4 हजार विदेशी बिहार भ्रमण केलथि। 2008 मे इ आंकड़ा मे आओर तेजी स इजाफा भेल। एहि साल दोसर देशों स 391.3 हजार लोग बिहार एलाह। 2009क दस माह मे इ आंकड़ा 300 हजार कए पार करि चुकल अछि, जखन कि आधा साल बाकी अछि।
पर्यटन व्यवसाय स जुड़ल एनके शर्मा कहैत छथि जे पिछला साल पर्यटकक संख्या में वृद्घि रफ्तार धेलक। 2008क जुलाई से सितम्बर, एहि तीन माह मे बिहार आबैवाला क संख्या 1 लाख 26 हजार छल। जुलाई से सितम्बर क बीच क गप करि त 2007 मे एहि अवधि मे गया मे 791.13 हजार विदेशी पर्यटक आएला, जखकि 08 मे 1959.5 विदेशी आएला। एहि अवधि मे बोधगया आबैवाला क संख्या 3.1 हजार आ 7.3 हजार रहल। राजगीर मे इ 4.4 हजार स बढि़कए 83 हजार भेल।
राज्य सरकार सेहो मानैत अछि जे राज्य मे पर्यटन कए प्रमुख उद्योग क रूप मे विकसित हेबाक संभावना क बावजूद अतीत मे पर्यटन उपेक्षित रहल। बेहतर संपर्क सुविधा आ संबंधित विभाग क बीच समन्वय क अभाव मे सेहो पर्यटन लगातार उपेक्षित रहल अछि। सरकार क दावा त एहन अछि जे दोसर कोनो राज्य एहि मामला मे एतबा संपन्न नहि अछि, जाहि ठाम देशी-विदेशी पर्यटक कए आकर्षित करबाक लिहाज स इतिहास, सभ्यता, धर्म और संस्कृति क एतबा विधितापूर्ण खजाना छैक।
प्रदेश क पर्यटन स्थल क भ्रमण पर आबैवाला देशी-विदेशी यात्री क गप करि त 2005 मे जतय 69.44 लाख पर्यटक आएला, त 2006 मे 107.65 लाख भ गेल। 2007 मे इ 105.30 लाख रहल। 2008 मे 129.25 लाख रहल। 2009 क अप्रैल माह धरि इ संख्या 78.07 लाख अछि। पर्यटन विभाग क कहब अछि जे गया, बोधगया, राजगीर, वैशाली, पावापुरी, पटना साहेब सन अनेक धार्मिक स्थल अछि। पर्यटक कए आकर्षित करबा लेल हिनकर विकास कैल जा रहल अछि। योग अनिवासी भारतीय मे काफी लोकप्रिय भ चुकल अछि। एकरा ध्यान मे राखि योग क पाठ्यक्रम चाहनिहार पर्यटक लेल विभाग दू आ तीन सप्ताह क पैकेज तैयार केलक अछि। इ मुंगेर योगाश्रम स जोड़ल गेल अछि। गया क पितृपक्ष मेला क महत्व कए देखैत पिंडदान पैकेज सेहो प्रारंभ कैल गेल अछि। ट्रेस योर रूट्स नामक तेसर पैकेज तैयार भ चुकल अछि। जे अनिवासी भारतीय क बीच काफी लोकप्रिय भ रहल अछि। एकरा संग-संग बिहारक ओ स्थान जे एखन धरि पर्यटनक मानचित्र स ओझल अछि ओकर विकास लेल खास योजना तैयार कैल जा रहल अछि। जाहि मे सीता स जुड़ल सीता सर्किट पर काज लगभग पूरा भ चुकल अछि। गंगा मे जहाज पर रेस्त्रां सेहो पर्यटकक लेल आकर्षणक केंद्र बनत।

Tags: indian tourism

Related Posts

नुकायल अपन सौरा कहीं हेरा नहि जाये

नुकायल अपन सौरा कहीं हेरा नहि जाये

November 10, 2019

विकसित मिथिला आखिर कोना बनल पिछडल मिथिला

February 23, 2019

बढैत गेल बीमारी, घटैत गेल इलाज

January 15, 2018

दिल्‍ली स पहिने दरभंगा आयल छल बिजली

January 1, 2018

बेटा बनेलक फाइटर प्लेन, बेटी बनल ओकर पायलट

June 18, 2016

सफल भेल भागीरथी प्रयास, आठ जून स मिथिला मे उतरत विमान

May 24, 2015
Next Post
Esamaad Epaper Website

हिट भ गेल ड्रीम प्रोजेक्ट

Esamaad Epaper Website

बिहार मे बनत फिल्मसिटी

Esamaad Epaper Website

10 हजार उर्दू शिक्षक क नियुक्ति संभव

Comments 1

  1. गजेन्द्र ठाकुर says:
    16 years ago

    बड्ड नीक प्रस्तुति। मोन प्रसन्न भए गेल।
    समाद मैथिलीक ऑनलाइन समाचारपत्रक रूप मे जे सेवा कए रहल अछि से
    लोकक मोनमे अंकित भए गेल अछि।

    Reply

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

टटका समाचार

साहित्य समाद – समटल प्रकाश

प्राथमिक शि‍क्षा मे मैथि‍ली भाषाकेँ पढ़ाई लेल चलाओल गेल ट्वीटर ट्रेंड : भारत संगे नेपालक मैथिल लेलनि हिस्सा

सात जिला मे बनत बहुउद्देशीय इंडोर स्‍टेडि‍यम, सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक आ स्विमिंग पुल, केंद्र देलक 50 करोड़

एम्स मे शिफ्ट होयत डीएमसीएच क सामान, मार्च मे होएत उद्घाटन, नव सत्र स पढाई

होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

हेलीकॉप्टर स आब वैशाली आबि जा सकता सैलानी, पर्यटन विभाग बना रहल अछि कॉमर्शियल हेलीपैड

फेर स शुरू होएत पंजी सूत्रक पढाई, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय शुरू करत डिप्लोमा कोर्स, genetic relations पर होएत शोध

बिहारक पंचायत क वित्‍तीय स्थिति मे भेल सुधार, पहिल बेर भेटत एक हजार करोड़ तकक उपयोगिता प्रमाण पत्र

आइटीआइ छात्र कए नौकरी देबा लेल 200 कंपनी आउत बिहार, मार्च तक तैयार होएत डेटाबेस

बेसी पढ़ल गेल

No Content Available

सर्वाधिकार सुरक्षित। इसमाद डॉट कॉम मे प्रकाशित सभटा रचना आ आर्काइवक सर्वाधिकार रचनाकार आ संग्रहकर्त्ता लग सुरक्षित अछि। रचना क अनुवाद आ पुन: प्रकाशन वा आर्काइव क उपयोग लेल इ-समाद डॉट कॉम प्रबंधन क अनुमति आवश्यक। प्रबंधक- छवि झा, संपादक- कुमुद सिंह, राजनीतिक संपादक- प्रीतिलता मल्लिक, समाचार संपादक- नीलू कुमारी। वेवसाइट क डिजाइन आ संचालन - जया झा।

हमरा स संपर्क: esamaad@gmail.com

  • मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

error: कॉपी डिसेबल अछि