रामबाबू
सीतामढी । ए सुन ‘रविंदर’… रमेश क बेटी बड़का डागडर बनि गेल ‘ किछु एहने सन चर्च बड़ बुजुर्गक मुँहे बिहारक शिवहर जिला अंतर्गत नरवारा गाममे सुनल जा रहल अछि की रमेशक छोटकी बेटी कल्पना डॉक्टर बनि गेलीह। कल्पनाकें पैतृक गांव नरहरा निवासी राकेश मिश्र एवम ममता कुमारीक बेटी कल्पना के’ नीट परीक्षामे इंडिया टॉपर बनला सँ उत्सव जकाँ माहौल अछि। नरवारा स्थित घर पंहुचि कल्पना के’ परिजन सभकेँ बधाई देनिहारक पाँति लागल अछि। गामक चौक-चौराहा पर एक दोसर के’ बधाई दैत देखल जा रहल अछि।
कल्पना केर पित्ती अवकाश प्राप्त शिक्षक महेश मिश्र एवम प्रो. विवेक मिश्र सेहो अहि उपलब्धि सँ गदगद छथि। चारु कात केवल कल्पनाक उप्लब्धिक चर्च चलि रहल अछि। अहि बातसँ सभ गौरवान्वित भ रहल अछि कि नरवारा गामक नाम पूरा देशमे ऊंचगर भ’ गेल। गामक लोक कल्पना केर नरवारा पहुँचबाक प्रतीक्षा कS रहलैए जाहिसँ बेटी के’ शानदार स्वागत कएल जा सकैए।
शिवहर जिलाक डीएम अरशद अजीज कल्पना केर अहि उपलब्धि सँ जिलाक सम्मान बढाबय बला बतौलनि आ कहलनि जे ई जिला वासिक लेल गौरवक बात अछि। ओतय अन्य छात्र सभक लेल प्रेरणादायक सेहो। एसपी संतोष कुमार कल्पनाक उज्जवल भविष्यक कामना करैत कहलनि कि हुनक ई उपलब्धि नव पीढ़ीक लेल प्रेरणापुंज सेहो अछि। छोट सन जिला शिवहरक ई पैघ उपलब्धि अविस्मरणीय अछि। उमहर कल्पनाक पैतृक गाम नरवारामे उत्सवी माहौल बनल अछि। ग्रामीण एवम अड़ोस पड़ोसक लोक बधाई देमय लेल हुनकर घर पहुँचि रहल अछि। बधाई देमय बलामे ग्रामीण लोकनिक साथ एसडीएम आफाक अहमद, एसडीपीओ राकेश कुमार सेहो शामिल छथि।
बिहारक शिवहर जिलाक कल्पना कुमारी ऑल इंडिया टॉपर बनल अछि। NEET मे 720 अंकक परीक्षा भेल छल जाहिमे कल्पना 691 अंक प्राप्त कS इतिहास रचि देलक। इतिहासमे पहिल बेर एहन भेल कि नीट केर परीक्षामे बिहारक विद्यार्थी पहिल स्थान प्राप्त कएलक अछि। कल्पना बिहार केर शिवहर जिलासँ अछि आऔर हुनक बाबू जी राकेश मिश्रा सीतामढ़ी शिक्षा विभागमे अधिकारी छथि आ माता जी सेहो शिक्षिका छथिन। कल्पना अपन अहि सफलता पर बजलीह कि हमरा गर्व अछि की हम बिहार सँ छी। आगु कल्पना बतौलनि की एखन दिल्लीमे रहिकS नीट परीक्षाक तैयारी कS रहल छलहुँ। कल्पना नवोदय स्कूल सँ मैट्रिक आऔर इंटर परीक्षा पास कएने अछि आऔर ओ अपन सफलताक श्रेय अपन शिक्षक एवम माता-पिता व सगे स्मन्धी सभके दैत छथिन।18 सालक कल्पना अपन पहिलहि प्रयासमे ई सफलता ग्रहण कएलीह। लाइव बिहार सँ भेल ख़ास बातचीतमे कल्पना अपन सफलता के’ लSक कएको मुख्य विंदु सभ साझा कएलीह। मेडिकल केर पढ़ाईक फैसला केर जबाब मे कल्पना बतौलनि की मेडिकलमे जएबाक निर्णय हमर स्वयंकें छल। कोनो तरहक पारिवारिक दवाब नहि छल। परीक्षाक तैयारी के’ लSक जखन कहियो दिकक्ति होयत छल तखन हमर भैया आऔर परिवारक लोक सभ हमरा हौसला बढ़बैत छल।
आगु ओ मेडिकल केर तैयारी करय बला वाले छात्र सभ लेल सन्देश मे ओ कहलनि जे मानसिक दवाब संगहि सफलता सम्भवतः नहि पाओल जा सकैए। आत्म इक्षा अनिक्षा लक्ष्य धरि पहुँचबैत अछि। संगहि परिवारक सहयोग केर भूमिका प्रबल होयत अछि। अही सभ कारणे ई परिणाम भेटल अछि की हम बिहार समेत अपन परिवार केर गौरवान्वित करबामे सफल भेलहुँ अछि।