ज्योति श्रीवास्तव
- 1878 मे बंगाल क दोसर सबस पैघ अस्पताल दरभंगा मे खुजल
- 1925 मे बिहार क दोसर सबस पैघ मेडिकल स्कूल दरभंगा मे खुजल
- 1946 मे बिहार क दोसर सबस पैघ मेडिकल कॉलेज दरभंगा मे खुजल
- 2020 मे बिहार क दोसर सबस पैघ एम्स सेहो दरभंगा मे खुजल
15 जनवरी 2017 क दिन छल. दभंगा जिला क घनश्यामपुर प्रखंड क जयदेवपट्टी गाम मे आयोजित दही-चूड़ा कार्यक्रम मे जेडीयू क वरिष्ठ नेता आ वर्तमान समय मे जल संसाधन मंत्री संजय झा दरभंगा मे बिहार लेल प्रस्तावित दोसर एम्स दियेबाक संकल्प लेलथि. एकर घोषणा तत्कालीन वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली 2015 क अपन बजट भाषण क दौरान केने छलाह. संजय झा क अटल संकल्प आ मिथिला क प्रति प्रेम क अंदाजा एहि स लगा सकैत छी जे वो नहि त दरभंगाक सांसद छलाह आ नहि कोनो क्षेत्र स विधायक या विधान पाषर्द. एकर बावजूद ओ अरुण जेटली आ नीतीश कुमार क विश्वस्थ हेबाक बल पर एकर बीड़ा अपन कंधा पर उठेलाह.
बिहार मे एनडीए क वापसी संग दरभंगा मे AIIMS
जखन संजय झा दरभंगा मे एम्स अनबाक घोषणा क रहल छलाह, ठीक ओहि समय बिहार मे सत्ता परिवर्तन क बुनियाद राखल जा चुकल छल. फेर स भारत क प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ नीतीश कुमार बिहार कए प्रगति क पथ पर ल जेबा लेल संग-संग चलबा लेल तैयार भ गेल छलाह. राजनीतिक गलियारा मे एहि गपक चर्चा सेहो छल जे एहि भगीरथ प्रयास मे मिथिला क विकास लेल आतुर रहनिहार संजय झा क सेहो अहम योगदान रहल.
अगस्त 2017 मे जेटली स केलिथ AIIMS क मांग
13 अगस्त 2017 कए संजय झा भारत क वित्त और रक्षा मंत्री अरुण जेटली स हुनकर आवास पर भेंट केलिथ. दरभंगाक तत्कालीन सांसद स जेटलीक मतभेद क बावजूद संजय झा जेटली लग दरभंगाक पक्ष रखैत रहलाह. हमर दरभंगा कहैत रहलाह. दरभंगा मे AIIMS क स्थापना अस ‘उड़ान’ योजना क तहत एयरपोर्ट पर परिचालन क शुरुआत पर जेटली से मांग करैत रहलाह. एहन मे कहल जा सकैत अछि जे दरभंगा कीर्ति जे हो मुदा जेटली आ नीतीश सन नेता संजयक आंखि स दरभंगा देखैत छथि.
मिथिला क लेल ऐतिहासिक सौगात
एहि पूरा मामला पर खुद संजय झा कहैत छथि जे इ मिथिला लेल ऐतिहासिक सनेस छी. एकरा लेल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क विशेष आभार. झा कहैत छथि जे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क शुरू स मानब छल जे पीएमसीएच क बाद सबस पुरान मेडिकल कॉलेज डीएमसीएच दरभंगा अछि. एहि लेल दोसर एम्स सेहो दरभंगा मे बनत. हुनकर कहब छल जे दरभंगा मेडिकल कॉलेज स उत्तीर्ण अनगिनत डॉक्टर दुनिया क कोन-कोन मे अछि. ओ AIIMS सन स्थानीय स्तर क संस्थागत सुविधा क विस्तारीकरण मे बहुत उपयोगी सिद्ध हेताह.
नौकरशाहक सेहो रहल अहम भूमिका
झा साहेब सेहो कहैत छथि जे एहि पूरा प्रकरण मे नौकरशाह भूमिका अहम रहल. पीएमओ द्वारा बजाउल गेल बैसार मे बिहार सरकार क मुख्य सचिव दोसर एम्स दरभंगा मे बनेबाक राज्य सरकार क भावना स केंद्र एक अवगत करेलाह. एकरा लेल दरभंगा स्थित डीएमसीएच कए अपग्रेड क एम्स बनेबाक प्रस्ताव सेहो देलथि. फेर माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सेहो 2 मार्च 2019 कए पटना मे आयोजित स्वास्थ्य मंत्रालय क एक कार्यक्रम मे तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा कए डीएमसीएच कए अपग्रेड क एम्स बनेबाक सलाह देलथि. माननीय मुख्यमंत्री हाल मे सेहो वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन स गप केलथि आ दरभंगा मे एम्स पर स्थिति साफ केलथि जे बनत त दरभंगा मे बनत.
नीतीश क जिद स भेटल संस्था
मुख्यमंत्री क जिद हम सब केंद्रीय यूनिवर्सिटी मामला मे सेहो देखने छी. केंद्र स एकटाक बदला मे दूटा केंद्रीय यूनिवर्सिटी लेलथि, मुदा मोतीहारी मे जे यूनिवर्सिटी खोलबाक संकल्प लेलथि और पूरा केलथि. एहिना एक बेर जखन नीतीश कुमार इ तय क लेलथि त हुनक जिद क आगू ककरो नहि चलल. ओ लगातार प्रयास करैत रहलाह आ हुनकर जिद कए देखैत दरभंगा मे एम्स कए मंजूरी देबाक प्रक्रिया तेज भेल. एकटा केंद्रीय टीम दरभंगा पहुंचल, मुदा ओ डीएमसीएच कए अपग्रेड क एम्स बनेबाक संदर्भ मे किछु मुद्दा रखलक. जाहि मे 25 एकड़ जमीन रेलवे लाइन क दोसर कात रहबाक, अस्पताल परिसर क बीच स सड़क हेबाक आ जल निकासी क प्रयाप्त व्यवस्था नहि हेबाक मुद्दा शामिल छल. मुख्यमंत्री तत्काल संबंधित विभाग क अधिकारी कए दरभंगा एम्स क निर्माण मे आबि रहल एहि सबटा बाधा कए दूर करबाक निर्देश देलिथ.
मिथिलाक कायाकल्प हेबाक उम्मीद जगल
संजय झा कहैत छथि जे एम्स कए केंद्रीय मंत्रिमंडल स मंजूरी भेट गेल. दरभंगा एयरपोर्ट क निर्माण सेहो पूरा हेबाक स्थिति मे अछि. इ दूटा परियोजना पूरा मिथिला कए कायाकल्प क देत. मिथिला क केंद्र दरभंगा मे एयरपोर्ट क बाद एम्स क निर्माण स केवल दरभंगा शहर या जिला, प्रमंडल नहि, बल्कि समस्त मिथिला क चौतरफा विकास होएत, कायाकल्प भ जायत पूरा मिथिलाक. चहुमुखी विकास क सपना साकार भ जायत. मिथिला क लोक कए आब बेहतर इलाज लेल दिल्ली जेबाक जरुरत नहि रहत, देश दुनियाक डॉक्टर दरभंगा औताह. एहि स दरभंगा आ मिथिलाक पुरान गौरव लौटत. एहि ठामक लोक एक रोजगार भेटत आ टका सेहो बचत. कई तरह क परिवर्तन होएत. 10-20 सालक बाद जे दरभंगा देखा रहल अछि ओकर कल्पना मात्र स अहलादित छी.