प्रितिलता मल्लिक
सर्जिकल स्ट्राइक आ आब नोट बंदी , केंद्र सरकार क हालक दूनू फैसला क संग नीतीश ढार देखेलथि। मोदी आ नीतीश राजनीतिक दूटा ध्रुव कहल जाइत छलाह। लालू आ नीतीशक बीच भेल गठबंधन बिहार मे मोदीक अश्वमेघ क घोड़ा कए रोकी लेलक। देश-दुनिया मे इ चर्च शुरु भेल जे नीतीश एकटा मजबूत विकल्प छथि। जदयू त विधिवत रूप स बिहार क मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क विकल्प क रूप मे सामने अनबाक कोशिश शुरु क देने छल। फेर अचानक एहन की भेल जे नीतीश कुमार केंद्र सरकारक दूटा एहन फैसलाक संग भ गेलाह जाहि मे पूरा विपक्ष केंद्र सरकार क आलोचना क रहल छल। राजनीतिक गलियारा मे तरह तरह स एहि पर चर्च शुरु भ गेल। किछु लोक एकरा महागठबंधन मे उत्पन्न दरार बतेलक त किछु लोक नीतीश क राजग मे लौटबाक संकेत बुझौलक। नीतीश क राजनीति नीतीश क अलावा बहुत कम लोग जनैत अछि। नीतीश देशक बहुत कम नेता मे स छथि जे अपन आगूक रणनीति अपन छाया तक कए नहि बतबैत छथि। एक दू नहि बल्कि कईटा फैसला ओ आगामी पांच साल कए नजरि मे राखि लैत छथि। नीतीशक बयान और हुनकर राजनीतिक फैसला में कईटा संदेश होइत अछि। मोदी सरकारक फैसलाक समर्थन सेहो नीतीश क एकटा रणनीतिक अंग थीक। जेकर भान ओ समस्तीपुर क चेतना रैली मे राजनीतिक पंडित लोकनि कए करा देलथि अछि। नीतीश कुमार आजुक तारीख मे अपना कए मोदी क सबस पैघ आ सबसे मजबूत विकल्प क रूप मे स्थापित करबा मे जुटल छथि। नीतीश कोनो विपक्षी नेता स अपना कए बेहतर साबित करबा मे विश्वास नहि रखैत छथि। ओ चाहैत छथि जे हुनकर तुलना ममता, केजरीवाल या राहुल गांधी स नहि भ सीधा मोदी स हुए। राजनीतिक जानकार सेहो एहि बात स सहमत छथि जे अगिला लोकसभा चुनाव मोदी बनाम मोदी विरोध होएत। एहन मे मोदी स बेहतर विकल्प क चर्चा होएत। एहि चर्चा मे ममता, केजरीवाल या राहुल गांधीक नीति कए बहसक विषय नहि बनाउल जाएत। बहसक विषय मोदीक नीति रहत आ ताहि मे जनभावना स जुड़ल मुद्दा आ फैसला प्रमुखता स उठाउल जाएत। एहि तथ्य स ककरो इनकार नहि जे सर्जिकल स्ट्राइक आ कालाधन पर चोट देशक आम लोक कए नीक लागल। नीतीश इ दावा करैत एलाह अछि जे भ्रष्ट लोकक घर क कुर्की-जब्ती क भ्रष्टाचार क खिलाफ सबस पहिने प्रहार हुनकर सरकार केने अछि। एहन मे कालाधन पर चोट लेल नोटबंदी क समर्थन हुनकर मुहिम क हिस्सा थीक। मोदी जेकां ओ सेहो एहन फैसला ल सकैत छथि। नीतीश एहि बहस कए आगू ल चेबाक तैयारी मे छथि आ इ कहबा लेल तैयार छथि जे ओ फैसला त मोदी जेकां ल सकैत छथि, मुदा मोदी हुनकर जेकां फैसला लेबा स पहिने विचार नहि करैत छथि। मोदीक फैसलाक समर्थनक पाछु नीतीश कुमार एकटा पैघ राजनीतिक दांव इ अछि जे ओ राहुल, माया, केजरीवाल जेकां मोदी क विरोधी नहि, बल्कि मोदी स बेहतर विकल्प क रूप मे अपना कए प्रस्तुत करबाक कोशिश क रहल छथि। ओ जनैत छथि जे सर्जिकल स्ट्राइक या नोटबंदी स जनता खुश अछि, ओकर परेशानी ओकर क्रियान्वयन स अछि आ नीतीश ताहि लेल फैसला क समर्थन त खुली कए क रहल छथि मुदा संगहि इ सेहो दावा क दैत छथि जे ओ बिना सोचने-बुझने कोनो फैसला नहि लैत छथि। आजुक भारतीय राजनीति में नीतीश असगर एहन नेता छथि जे मोदीक विरोधी नहि बल्कि मोदी से बेहतर नेता कहल जा सकैत छथि। एहन मे नीतीश क विरोध कए करत।