• मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क
Esamaad
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
Esamaad

गयाक अलावा 55 तीर्थस्थल अछि पिंडदानक लेल शुभ

September 2, 2020
in फीचर
A A

दोसरसमाचार

New Maithili Poem, Samtal Prakash, Maithili Poem, Bihar, Bihar news, Bihar Khabar, Bihar Hindi news, Bihar lettest news, Bihar khabar, Bihar hindi news,

साहित्य समाद – समटल प्रकाश

January 5, 2021
मिथिला’क मखान या बिहार’क जी आई टैग बला मखान?

मिथिला’क मखान या बिहार’क जी आई टैग बला मखान?

August 27, 2020

ग्लोबल वार्मिंग स बचबाक अछि त मनाउ जुड़-शीतल

April 14, 2020
कविता: फैज अहमद फैजक ‘हमहीं ब्रह्म’ !

कविता: फैज अहमद फैजक ‘हमहीं ब्रह्म’ !

January 12, 2020

पितृ पक्ष शुरू भ’ गेल अछि. आइ स’ 16 दिन धरि पितरके तर्पण देबय स’ ल’ क’ हुनक श्राद्ध कर्मकांड कयल जायत. सामान्यतया पितृ पक्षक बाद नवरात्रि शुरू भ’ जाएत अछि मुदा 19 साल बाद एहि बेर एहन संयोग बनल अछि जे दू अश्विन अधिकमास होमय स’ नवरात्र श्राद्धक एक मास बाद शुरू होयत. पितृ पक्षक बात करब त’ भारतवर्षमे 55टा तीर्थस्थलके पिंडदानक लेल महत्वपूर्ण मानल गेल अछि, जाहिमे शास्त्रक अनुसार, तीन तीर्थस्थलके श्रेष्ठक श्रेणीमे राखल गेल अछि. बिहारक गयाजी सेहो एहि तीन श्रेष्ठ स्थलमे स’ एक अछि. दू गोट आन स्थल बद्रीनाथक लग ब्रह्मकपाल एवं हरिद्वार लग नारायणी शिला अछि, जतय पिंडदानक विशेष महत्व अछि. बुधदिन स’ पितृपक्ष शुरू अछि. पितृपक्ष पूर्वजक पवित्र श्रद्धा पाबनि अछि आ गयाजी पितरक मुक्तिधाम.
पितृ पक्ष एहि साल मासक शुक्ल पक्षक पूर्णिमा तिथि स’ {1 -2 सितंबर 2020} स’ शुरू भ’ आश्विनक कृष्ण अमावस्या {17 सितंबर 2020} धरि मनाओल जायत. 17 सितंबर 2020 के पितृ विसर्जन माने सर्वपितृ अमावस्या अछि.
सनातन आर्य संस्कृतिमे श्राद्धकर्मक पैघ महत्व अछि. मनुष्यक देह त्यागबाक बाद ओकर स्वर्गलाेक सिधारब एवं माेक्ष प्राप्तिक निमित्त श्रद्धा स’ कयल गेल कर्मकांडके ‘श्राद्ध’ कहैत छी. एहि स’ ने मात्र पितर, बल्कि कर्ताके सेहो कर्मफलक प्राप्ति होएत अछि  आ ओहो स्वर्गलाेकक अधिकारी भ’ जाएत छथि. गयामे कर्मकांड सर्वमान्य अछि. श्राद्धं श्रद्धान्वित: कुर्वन् प्रीणयंत्यखिलं जगत्विष्णु पुराणक कथन अछि जे विश्वक अनेक धर्म क्षेत्रमे श्राद्धक लेल गयाधामक स्थान सर्वाेच्च अछि. इ माेक्षभूमि अछि. एहि ठाम श्राद्ध करयवला लोकक कतेको पीढ़ीक लेल पितर मुक्ति प्राप्त करैत छथि. एकर महिमा अप्रतिम अछि.
किए कयल जाइत अछि पिंडदान, जानू एकर रोचक कथा
एहि ठाम सभ साल पितृपक्षमे आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक चेतनाक संगम होइत अछि. एहि समय भारते नहि, बल्कि विदेशक सेहो श्रद्धालु लोकनि अपना पितरक लेल पिंडदान करय लेल आबैत छथि. वायु पुराणमे गयाजीमे पिंडदानके ल’ रोचक कथा विख्यात अछि.
एहिमे बताओल गेल अछि जे गयासुर भगवान विष्णु स’ वरदान मंगलक जे जे क्यो ओकरा देहक ऊपर अवस्थित हुनका चरण पर पिंडदान करत, ओकर पूर्वज सभ पापस’ मुक्त भ’ स्वर्गमे वास करताह. गयाक नाम गयासुर नामक दैत्यक नाम पर पड़ल अछि, जकरा विष्णु आ अन्य देवता मारने छलाह. ओकर माथ दू मील आ देह छह मील धरि पसरल छल. इ पौराणिक कथा (वायु पुराण, अध्याय 105) 10 मीलक अंदर आबयवला सभ धार्मिक केंद्रके मान्यता दैत अछि.
ज’ हम आजुक गयाक पौराणिक गया स’ तुलना करब, त’ देखब जे पुरान गया, जकरा पुराणमे गयासुर दैत्यक माथ पर स्थित कहल गेल अछि, ओतहि आइ गयाक धार्मिक क्षेत्र कहबैत अछि. गया-श्राद्धक संबंधमे सभ स’ पहिल उल्लेख विष्णु-सूत्र एवं वायु-पुराणमे अछि, जे ईस्वी शताब्दीक प्रथम चरणक मानल जाइत अछि. एहन धार्मिक मान्यता अछि जे गया-श्राद्ध स’ पितर भवसागर स’ पार भ’ जाइत छथि आ गदाधरक अनुग्रह स’ परमगति प्राप्त होइत छथि.

Tags: Bihargayapinddan

Related Posts

New Maithili Poem, Samtal Prakash, Maithili Poem, Bihar, Bihar news, Bihar Khabar, Bihar Hindi news, Bihar lettest news, Bihar khabar, Bihar hindi news,

साहित्य समाद – समटल प्रकाश

January 5, 2021
मिथिला’क मखान या बिहार’क जी आई टैग बला मखान?

मिथिला’क मखान या बिहार’क जी आई टैग बला मखान?

August 27, 2020

ग्लोबल वार्मिंग स बचबाक अछि त मनाउ जुड़-शीतल

April 14, 2020
कविता: फैज अहमद फैजक ‘हमहीं ब्रह्म’ !

कविता: फैज अहमद फैजक ‘हमहीं ब्रह्म’ !

January 12, 2020
कविता : तारानंद वियोगी क विस्मयादि

कविता : तारानंद वियोगीक क्यो नहि पसंद करै छनि हुनका

January 11, 2020
कविता :  मतिनाथ मिश्रक प्रलय काल

कविता : मतिनाथ मिश्रक प्रलय काल

January 11, 2020
Next Post
बिहारमे पहिल एक्सप्रेस-वे बनबाक बाट साफ, जानू कतय स’ कतय धरि बनत इ सड़क?

बिहारमे पहिल एक्सप्रेस-वे बनबाक बाट साफ, जानू कतय स' कतय धरि बनत इ सड़क?

Esamaad Epaper Website

चीनक विरुद्ध भारतक पैघ एक्शन, PUBG संग 118 मोबाइल ऐप पर बैन

Esamaad Epaper Website

नेपालक ओली सरकार लिपुलेखमे बटालियन तैनात कयलक, एहि यूनिटके भारतीय सेनाक गतिविधि पर नजरि रखबाक आदेश

टटका समाचार

साहित्य समाद – समटल प्रकाश

प्राथमिक शि‍क्षा मे मैथि‍ली भाषाकेँ पढ़ाई लेल चलाओल गेल ट्वीटर ट्रेंड : भारत संगे नेपालक मैथिल लेलनि हिस्सा

सात जिला मे बनत बहुउद्देशीय इंडोर स्‍टेडि‍यम, सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक आ स्विमिंग पुल, केंद्र देलक 50 करोड़

एम्स मे शिफ्ट होयत डीएमसीएच क सामान, मार्च मे होएत उद्घाटन, नव सत्र स पढाई

होटल मैनेजमेंट क पढ़ाई करती बालिका गृह क 16 बालिका लोकनि, 29 कए जायतीह बेंगलुरु

हेलीकॉप्टर स आब वैशाली आबि जा सकता सैलानी, पर्यटन विभाग बना रहल अछि कॉमर्शियल हेलीपैड

फेर स शुरू होएत पंजी सूत्रक पढाई, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय शुरू करत डिप्लोमा कोर्स, genetic relations पर होएत शोध

बिहारक पंचायत क वित्‍तीय स्थिति मे भेल सुधार, पहिल बेर भेटत एक हजार करोड़ तकक उपयोगिता प्रमाण पत्र

आइटीआइ छात्र कए नौकरी देबा लेल 200 कंपनी आउत बिहार, मार्च तक तैयार होएत डेटाबेस

बेसी पढ़ल गेल

No Content Available

सर्वाधिकार सुरक्षित। इसमाद डॉट कॉम मे प्रकाशित सभटा रचना आ आर्काइवक सर्वाधिकार रचनाकार आ संग्रहकर्त्ता लग सुरक्षित अछि। रचना क अनुवाद आ पुन: प्रकाशन वा आर्काइव क उपयोग लेल इ-समाद डॉट कॉम प्रबंधन क अनुमति आवश्यक। प्रबंधक- छवि झा, संपादक- कुमुद सिंह, राजनीतिक संपादक- प्रीतिलता मल्लिक, समाचार संपादक- नीलू कुमारी। वेवसाइट क डिजाइन आ संचालन - जया झा।

हमरा स संपर्क: esamaad@gmail.com

  • मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

error: कॉपी डिसेबल अछि