मो. साकेब
विदेश मे नौकरी आ अपन शहर क प्रति लगाव एहन ले एहि साल दरभंगा एलहुं त अपन विधायक स भेंट करबाक इच्छा भेल। दरभंगा स लगातार चारिम बेर विधायक बनल संजय सरावगी क संबंध मे सुनल गप आ हुनक पार्टी क अल्पसंख्यक समाज मे छवि दूनू एक दोसर स विपरीत छल। एक दिस दिमाग कहैत छल एकटा मुस्लिम भ कए बिना कारण भाजपा क विधायक स भेंट करबाक कोन प्रयोजन, दोसर दिस दरभंगवी हृदय कहैत छल जे संजय सरावगी स अपन मतलब अछि, दुनिया या पार्टी क बाकी नेता की कहैत आ करैत अछि ओहि स अपना कए की लेना-देना। चलल जाये, भेंट कैल जाये, शहर आ समाज क प्रति हुनकर व्यक्तिगत सोच आ नजरिया कए बुझल जाये। आखिरकार दिमाग हारल आ हृदय जीतल। हम हिम्मत क कए अपन विधायक कए हुनकर फेसबुक मैसेंजर पर एबाक आज्ञा समय मांगल। किछु कालक उपरांत विधायक जी क जवाब आयल। काल्हि भोर 9 बजे निवास पर आबि जाउं।
पहिल बेर कोनो विधायक स भेंट सेहो अपन शहरक विधायक, उत्साह बढ़ल जा रहल छल आ मुदा कई साल स शरीर क भीतर ढूसल गेल भय सेहो पूरा खत्म नहि भ पाबि रहल छल। झिझक खत्म नहि भेल त अपन सार निशात करीम शौकत कए संग ल लेलहुं। निशांत भरि बाट विधायकक संबंध मे जानकारी दैत गेलाह जाहि स झिझक कनि कम भेल।
टीवी आ अन्य माध्यम स ज्ञात छल जे विधायक सबहक सुरक्षा बड़ कड़ा होइत छै, ताहि पर दरभंगा आ भाजपा क विधायक। हुनकर सुरक्षा त अभेद होएत। एयरपोर्ट जेका अल्पसंख्यकक जांच होएत। ठीक 9 बजे हम हुनकर घर पहुंच गेलहुं। आशंका क विपरीत विधायक दुहारि पर कोनो सुरक्षा पहरी नहि। अल्पसंख्यक हेबाक कारण जांच पड़ताल क कोनो व्यवस्था नहि, हमर वहम दुहारि पर खत्म भ गेल। बिना कोनो पूछताछ एकगोट कार्यकर्ता विधायक जी क ऑफिस दिस जेबा लेल कहला। हम सब सीधा ओतहि चल गेलहुं। हृदय मे वैह भय, एकटा आम अल्पसंख्यक वाला बढल जा रहल छल। विधायक जी सामने सोफा पर बैसल छलाह। बगल क सोफा पर तीन गोट आओर लोग छल। हम माथ झुका अंदर एबाक आज्ञा मंगलहुं।
विधायक जी सवाल करैत उत्तर देलथि की बात छै रामा शंकर जी अही फोन करने रहये ने..हमर हाथ-पैर ठंडा भ गेल। धडकन तेज भ गेल। धीरे स उत्तर देल हम, मोहम्मद शकेब हैं। हमने कल आप से फेसबुक पर… विधायक जी क अगिला सवाल छल, जी कहिये क्या काम है। एहि बीच एकटा युवक हमर आ विधायक बीच ढार भ गेल। विधायक जी, फेर कहला, जी कहिये, मुदा एहि बेर ओहि युवक स। युवक एक प्रवाह बाजै लागल, सर हमारा नाम समद है। हमारा शोएब नाम के एक पडोसी से जमीन का कुछ विवाद है। शोएब आप का नाम ले कर अक्सर धमकी देता है। कहता है विधायक से जान पहचान है।
हम ढार अचंभित। देखू त विधायक भाजपाक आ विवाद दूटा अल्पसंख्यक क बीच। विधायक तुरंत अपन कोनो स्थानीय नेता कए फोन लगेलथि। फोन पर स्पष्ट संदेश- कियो हमर नाम ल कए धमकी द रहल छै, समद नाम क युवक हमरा लग आयल अछि। शोएब कए अछि। मामला पता क निवारण करू। समद स निश्चिंत भ जेबा लेल कहैत बजलाह हम एहन ककरो संरक्षण नहि दैत छी। आगू स धमकी दथि त पुलिस मे शिकायत क ओकर प्रति हमरा द जायब। मन मे सोचैत रहि जे देखू त एहि ठाम त अल्पसंख्यक क अल्पसंख्यक स परेशान अछि आ अपन परेशानी क निवारण भाजपा क विधायक स करबा रहल अछि।
एतबा मे विधायक छी पर ध्यान गेल। हम फेर मध्यम स्वर मे उत्तर देल भैया हमरा अहां स कोनो काज नहि अछि। हम एहि शहर क छी, विदेश मे रहैत छी, दरभंगा आयल छी, सोचलहुं जे अपने स भेंट क चारिम बेर शहरक विधायक बनबा लेल बधाई दी। इ कहैत हम अपने जेब से दुबई स आनल इत्र क शीशी आ अपन विजिटिंग कार्ड हुनर समझ राखल।
अरे, अहां कए कोना पता चलल जे हमरा ईत्र पसंद अछि। धन्यवाद एहि सनेस लेल। फेर दुबई क समाज आ नौकरी क संबंध मे गप शुरु भेल। हमर झिझक खत्म होइत गेल आ दरभंगीपन क एहसास बढ़ैत चल गेल।
आब आहि सवाल पर एबा मे हर्ज नहि छल जाहि सवाल कए हृदय मे ल विधायक स भेंट करबा लेल विदा भेल रही। विधायक जी स सीधा सवाल करैत पूछल जे अहां फेसबुक पर सक्रिय छी, एहि मंच स अहां अल्पसंख्यक कए अपना दिस आकर्षित किया नहि करैत छी। विधायक जी सवाल खत्म भेला स पहिने उत्तर दैत छथि अहां हमरा ठीक स फलो नहि करैत छी। अहांक समुदाय क कोनो एहन मौका नहि अछि जेकर हम शुभकामना नहि दैत छी। सबटा पर्व हम अपन मुस्लिम संगी क संग मनबैत छी। हम ककरो स दूरी बना कए नहि रखने छी। जहा तक रहल सवाल मुस्लिम इलाका क विकास क त कई ठाम एहन बाट तैैयार भेल अछि जाहि ठाम बाट क निर्माण नामुमकिन बुझा रहल छल। कहू कारहटया सन पिछड़ल मुस्लिम बहुमूल्य इलाका आइ मुख धारा स जोड़ल अछि बा नहि..
एतबा कहैत कहैत विधायक जी कहैत छथि जे हम सब लेल यथा संभव उपलब्ध छी, मुदा जखन वोट क समय अबैत छि त यैह लोग सब हमरा वोट नहि दैत अछि किया कि हम भाजपा क उम्मीदवार छी। लाख मदद क बावजूद इ सब हमर विरोधी बनि जाइत छथि। ओना किछु एहन लोग छथि जे ईमानदारी स हमरा वोट करैत छथि जाहि कारण स हम चारिम बेर दरभंगा स विधायक छी।…चलैत चलैत.. दरभंगी खां क एहि जमीन कए चूमि लेबाक इच्छा भेल जाहि ठाम देश क विपरीत समाज एक दोसर लेल समस्या पैदा नहि क रहल अछि बल्कि एक दोसर क समस्या कए निदान करबा मे बाझल अछि। हम जरुर सुगंधित इत्र विधायक जी कए देलहुं, मुदा ओ जे विश्वास क सनेस देलथि ओकर सुगंध हमर इत्र स बेसी खुशबूदार अछि।