राजनीतिक स्वार्थ क लेल नेपाल मे एकटा एहन वर्ग उभरि आयल अछि जे भारत विरोध करबा लेल नेपाली जनता कए उकसा रहल अछि। एहि वर्ग कए नेतृत्व उपराष्टï्रपति परमानंद झा सन लोक करि रहल अछि। जिनकर भारत प्रेम बा हिंदी प्रेम कतहु न कतहु नेपाल मे भारत विरोध कए राष्ट्रवाद क प्रतीक बनेबा मे मदद पहुंचा रहल अछि। दोसर दिस भारत क कूटनीतिकार सेहो मानसिक रूप स नेपालक नेतृत्व कए अलग राष्टï्र क नेतृत्व मानबा लेल तैयार नहि भ रहल छथि। नेपालक राष्टï्राध्यक्ष कए एकटा राज्यक मुख्यमंत्री स बेसी महत्व नहि देबाक गलती भविष्य में भारत लेल गंभीर चिंताक कारण बनत। नेपालक पूर्व प्रधानमंत्री प्रचंड एकर आशंका जता चुकल छथि जे भारत नेपालक आंतरिक मामला मे हिसाब स फाजिल हस्तक्षेप करैत अछि। एतबा धरि जे बांग्लादेश, भूटान आ श्रीलंका तक भारतक एहि तरहक हस्तक्षेप स मुक्त अछि। नेपालक अपन भाषा, नेपाली, मैथिली आदि कए बचेबा लेल हिंदी क विरोध करबा लेल मजबूर भ चुकल नेपाल क संबंध में नेपाल क सद्भावना पार्टी क प्रमुख नेता एवं वाणिज्य मंत्री राजेंद्र महतो स कैल गेल गपशप क अंश।
नई दिल्ली । नेपाल क सद्भावना पार्टी क प्रमुख नेता एवं वाणिज्य मंत्री राजेंद्र महतो एहि प्रवृत्ति कए दुर्भाग्यपूर्ण कहैत छथि, लेकिन एहि पर सेहो जोर दैत छथि जे एहि स भारत कए चिंतित हेबाक जरूरत नहि हुनकर राय मे नेपाल आ भारत क संबंध कहीं अधिक प्रगाढ़ अछि आ भारत विरोधी तत्व दूनू देश क संबंध मे दूरी नहि पैदा करि सकैत छथि। हुनकर अनुसारे नेपाल अपन जमीन पर चल रहल भारत विरोधी गतिविधि कए खत्म करबा पर अडिग अछि। माओवादी एहि मे बाधा नहि बनताह। ओनाओ सत्ता स बाहर हेबाक बाद ओ कमजोर भेला अछि। नेपाल मे आईएसआई क सक्रियता क सवाल पर हुनक कहब अछि जे एहन तत्व क मौजूदगी स इनकार नहि कैल जा सकैत अछि, मुदा सवाल उठैत अछि जे आखिर जखन धरि भारत तमाम एहन तत्व पर लगाम नहि लगा पाबि रहल अछि , तखन फेर इ अपेक्षा केना कैल जा सकैत छैक जे नेपाल ओकरा एक झटका मे काबू करि लेत?
चीन स नेपाल क निकटता क संदर्भ मे ओ साफ कहन्लथि जे चीन भौगोलिक रूप स एतबा दूर अछि जे ओ भारत क स्थान नहि ल सकैत अछि। फेर ओकरा संग भारत जेना सांस्कृतिक संबंध सेहो नहि अछि। राजेंद्र महतो क राय मे नेपाल क भविष्य आ इरादा कए ल कए भारत क जनता शायद एहि लेल सशंकित अछि, किया कि ओ वस्तुस्थिति स अवगत नहि अछि। नेपाली वाणिज्य मंत्री इ महसूस करैत छथि जे भारतीय कए नेपाल क संदर्भ मे अपन भ्रांतियां दूर करबाक आवश्यकता अछि। ओ एहि पर आश्चर्य जतेलथि जे भारत क आम लोके नहि, बल्कि एहि ठामक नीति-नियंता सेहो अक्सर इ पूछैत छथि जे अहां सब नेपाल कहिया गेलहूं? ओ कहलथि जे हम त नेपाल क भूमि पुत्र छी। तखन स ओहि ठाम रहि रहल छी जखन एक राष्ट्र क रूप मे नेपाल अस्तित्व नहि छल।
राजेंद्र महतो क मुताबिक मधेशी समुदाय क बीच कईटा राजनीतिक दल अवश्य सक्रिय अछि, लेकिन संविधान सभा मे ओ समुदाय क हित क लेल एकजुट छथि। चूंकि संविधान सभा क कार्यवाही मे राजनीतिक दल कए व्हिप जारी करबाक अधिकार नहि छैक ताहि लेल हुनका इ विश्वास छैन जे हम सब नव संविधान मे अपन भाषा आ संस्कृति कए संरक्षित करै वाला प्रावधान दर्ज कराबे मे सफल होयब। सुप्रीम कोर्ट क दिस स उपराष्ट्रपति परमानंद झा कए नेपाली भाषा मे फेर स शपथ लेबा लेल कहल गेला पर ओ कहैत छथि जे नव संविधान लिखैत काल हम इ सुनिश्चित करब जे मधेशी समुदाय क लोक अपन भाषा-हिंदी, मैथिली, भोजपुरी आ वेशभूषा मे कतहू कोनो काज करि सकय। ओ कहलथि जे हुनकर वेश भूषा धोती-कुर्ता छैन आ संविधान सभा मे हम सब हिंदी में बजैत छी। ओ उम्मीद जेतेलथि जे नव संविधान क अमल क संग मधेशी आ अन्य समुदाय क संग भ रहल भेदभाव क सिलसिला सेहो समाप्त होयत। हुनक कहब अछि जे नेपाल क सेना मे 93 हजार सैनिक अछि, मुदा मधेशी समुदाय क जवान एक फीसदी नहि अछि। ओ स्पष्ट केलथि जे नेपाल मे वंचित समुदाय क लेल आरक्षण सरीखी कोनो व्यवस्था कए अपनेबाक बजाय सब कए समावेशी उत्थान पर बल देल जा रहल अछि। हिनकर अनुसारे संविधान सभा क समक्ष यदि कोनो पेचीदा मसला अछि त ओ अछि इ जे नेपाल मे कतेक प्रांत बनाउल जाए आ ओकर आधार की हुए?
भारत-नेपाल क वाणिज्यिक संबंध पर चर्चा करैत राजेंद्र महतो कहला जे प्रधानमंत्री माधव कुमार नेपाल क भारत यात्रा एहि दिशा मे मील क पत्थर साबित भेल अछि। भारत नेपाल क तरक्की मे सहायक बनत। दूनू देश एहि दिशा मे बढि़ रहल अछि। ओ कहलथि जे नेपाल मे 83 हजार मेगावाट जल विद्युत उत्पादन क क्षमता अछि, लेकिन एखन नाम मात्र क बिजली पैदा भ रहल अछि। एहि दिशा मे एखन बहुत काज करबाक अछि।
बड्ड नीक प्रस्तुति। मोन प्रसन्न भए गेल।
समाद मैथिलीक ऑनलाइन समाचारपत्रक रूप मे जे सेवा कए रहल अछि से
लोकक मोनमे अंकित भए गेल अछि।
bilkul sahi chhaik nepali wah j bharatak birodh karay.
kiyak eyah rastriyata chhaik nahi jaien?