• मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क
Esamaad
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक
No Result
View All Result
Esamaad
Home विचार

मिथिलाक ग्राम-ज्ञान परंपरा

September 24, 2017
in विचार
A A
132
SHARES
Share on FacebookShare on Twitter

सविता झा खान

आय हमसभ शिक्षा क संदर्भ मे जखन चिंतनशील होएत छी, त सबसे पैघ बिंदु शिक्षा आओर शैक्षणिक संस्थान क स्वायत्तता होएत अछि । शिक्षा क जिम्मेदारी आओर गुणवत्ता क नाम पर औपनिवेशिक काल मे जखन राज्य तमाम किसिम क सरंचना कए ठाड़ करब शुरू केलक, त सबसे पहि‍ल आघात नहि खाली भारतीय भाषा क पहुंचल, बल्कि पाठ्यक्रम मे शामिल कैल गेल विषय आओर ओकर रूपरेखा भारतीय सामुदायिक आओर सभ्यतामूलक संदर्भ स नहि छल । एतय क लोकप्रचलित ज्ञान परंपरा कए, ओकर समाज आओर ओहि स उपजल दर्शन परंपरा कए भीषण आघात पहुँचाएल गेल । सवाल ई अछि जे आब एकरा कोन ज्ञान-परंपरा मे राखल जाए आओर ओकर भौतिक-सांस्कृतिक कर्म-स्थल कतय होए ?

एहिक उत्तर कतहूँ न कतहूँ हमर गाम मे नुकायल अछि, हमर दृष्टि स गुजरल भारत क आन गाम जेंका संभवतः मिथिला क गाम मे पिछला सदी तक फल-फूल रहल, स्वायत्त ज्ञान परंपरा (जे कि‍छु खास गाम मे कम-से-कम संसाधन मे नैयायिक और मीमांसक घर स चलैत छल), जाहिमे राज्य आ कोनो आन सत्ता नहि त पाठ्यक्रम तय कए रहल छल नहिए डिग्री आाओर परीक्षा क ई विकृत, जानलेवा, बाजारोन्मुखी, भौतिकवादी  स्वरूप कतहूँ स ग्रामीण लोकक समाज पर ई कदर हावी छल जे आजुक सबसे पैघ समस्या बेरोजगारी कए महामारी बना दैत । अपेक्षा ज्ञान संकलन आओर आत्मविद्या स परिमार्जन क छल, महज रोजगार क नहि‍ । मनुष्य कए, युवा कए महज रोजगार क माध्यम नहि‍ बुझल जा रहल छल, एहि ज्ञान परंपरा क ह्रास स संभवतः राज्य,रोजगार आओर शिक्षा कए आवंटन करयबला प्रबल शक्ति बनैत चलि गेल आओर लोकक, गामक स्वायत्तत्ता अपन आत्मविद्या क बल पर एकटा पुख्ता रिस्पांस नहि ठाड़ कए सकल, जे राज्याश्रय क बिना सेहो अपनी ज्ञान-परंपरा कए अक्षुण्ण रखि‍ सकैत छल आओर आजुक हालत ई अछि जे हम दान नहि‍,बल्कि अनुदान क कुचक्र मे अपनी स्वायत्तता कए खोजबाक भागीरथ आओर असफल प्रयास कए रहल छी ।

ओतय मिथिला क कलेक्टिव विजडम, विपन्नता क विलास आओर कॉमन रिसोर्सेज क स्वतःस्फूर्त लोकक उत्पत्ति क बड्ड रोचक नमूना छल, ई किस्सा दरभंगा क दग्धरि/चमैनिया पोखरि क उत्त्पति क छल, कैक परत और प्रतीक से गुजरैत ई किस्सा (अयाची मिश्र, शंकर मिश्र, चमैन, दान) अंततः जल क श्रोत पर ठहरि‍ गेल कि केना एकटा चमैन बड्ड रास धन भेटबा पर अपन मूल गुण (स्किल) स च्युत होनाए नहि चाहैत अछि, ओ पोखर खुन्‍हवाए कए अंततः एकटा सर्वसामान्य क हित मे निर्णय लैत अछि ।

आखिरकार दर्शन क एहि स उजागर चरित्र हम कतय ताकि सकब, जतय जनसामान्य क जीवन एकटा दर्शन, नीति स चलैत होए ? संभवतः एतबा स्वायत्तता बिरले आय कोनो विवि वा शैक्षणिक संस्था सीखा पाबए । मुद्दा ई अछि जे ई लेयर्ड विजडम गेल कतय ? तालाब कतय गेल आओर जातिगत प्रपंच कए ई जैसन प्रकरण किएक नहि‍ दिशा दिखा पाओल ?

दोसरसमाचार

मैथिलीपुत्र प्रदीप : मिथिलाक लोकक गीतकार

मैथिलीपुत्र प्रदीप : मिथिलाक लोकक गीतकार

May 31, 2020
कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

मिथिलाक धरोहर छलाह प्रदीप

May 31, 2020
कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

May 30, 2020
नीति या हिस्सा आखिर केकरा लेल तमसायल अछि कारोबारी जगत

नीति या हिस्सा आखिर केकरा लेल तमसायल अछि कारोबारी जगत

December 5, 2019

एहि परिस्थिती मे मिथिला क एकटा गांव सरिसब-पाही आओर ओकर संस्था अयाची डीह विकास समिति मे कि‍छु ग्रामीण, नैयायिक विद्वान आओर ओतय क आम लोग अपन ज्ञान-परंपरा क मूल कए लकए एकटा भागीरथ प्रयास करबाक लेल अग्रसर अछि, जाहिमे ओ भारतभर स न्यायशाष्त्र क प्रकांड विद्वान कए इकठ्ठा कए रहल अछि ।

चौदहवीं-पंद्रहवीं शताब्दी क सुप्रसिद्ध मैथिल विद्वान अयाची (भवनाथ मिश्र) आओर शंकर मिश्र क चौपाड़ी (गांव सरिसब क बीच एकटा खाली जगह) टा एहिक ज्ञानक केंद्र छल । कोनो भवन, राजभवन आओर राज्य क इंफ्रास्ट्रक्चर पर आश्रित भए हिनकर ज्ञान परंपरा दम नहि‍ तोड़लक, बल्कि गामक खुला परिवेश मे बिना कुनू बंधन, भेदभाव क बाध्यता क बगैर हुनकर ज्ञान क विमर्श चलैत रहल । आब ओ परिचर्चा आओर चमैनिया डाबर (तालाब) पर एहि महीना विमर्श कए ई साबित कए देलक जे भारत क गाम मरत नहि, नहिए ओकर लोक ऊर्जा कम होएत और नहिए ओतय क ज्ञान-परंपरा क आत्मविद्या तत्त्व क प्रति विश्व क रुझान कहियो कम होएत । किएक गांधी क भारत वैह साकार अछि और एहि ज्ञान-परंपरा कए ओ ‘सुंदर वृक्ष’ कहने छल, जाहि मे उपनिवेश क प्रतिरोध क भरपूर बीज छुपा छल आओर जे आजुक सेहो नव उपनिवेशवाद क एकटा व्यापक रिस्पांस(प्रत्युत्तर) देबाक माद्दा रखैत अछि, बशर्ते कि ज्ञान परंपरा कए ओहिक मूल ग्राम्य परिवेश से जोड़ि‍कए कोनो विकास क मॉडल तैयार होए । सवाल इहो अछि जे पंद्रहवीं सद क शंकर मिश्र क चौपाड़ी जेहन ज्ञान-परंपरा,शिक्षा क प्रारूप पर अखनो तक विमर्श किएक नहि भए रहल अछि ।  किएक आजुक राज्य और लोक एहन ओपन स्पेस क स्वायत्तता कए मूल्य नहि दए रहल अछि ? आखिरकार एकटा गाम ओकर ग्रामीणक कलेक्टिव विजडम एतबा पैघ बीड़ा उठाकए ई साबित कए देलक जे गाम अखैन धरि मरल नहि अछि आओर शंकर मिश्र क चौपाड़ि अपन स्वरूप बदलिए कए फेर से ज्ञान-परंपरा क केंद्र बनबाक क्षमता रखैत अछि।

(लेखि‍का मैथि‍ली क वरिष्‍ट लेखक, विचारक आ जानकी देवी मेमोरियल कॉलेज, डीयू मे प्राध्यापिका छथि‍ ।)

Tags: AyachiSavita Jha KhanShankar Mishra
Share132TweetPin

Related Posts

मैथिलीपुत्र प्रदीप : मिथिलाक लोकक गीतकार

मैथिलीपुत्र प्रदीप : मिथिलाक लोकक गीतकार

May 31, 2020
कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

मिथिलाक धरोहर छलाह प्रदीप

May 31, 2020
कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

कागज पर नहि मैथिलक कंठ मे बसल अछि कवि प्रदीप क गीत

May 30, 2020
नीति या हिस्सा आखिर केकरा लेल तमसायल अछि कारोबारी जगत

नीति या हिस्सा आखिर केकरा लेल तमसायल अछि कारोबारी जगत

December 5, 2019
फिल्मक समीक्षा : “गामक घर”  शून्य स अनंत धरि

फिल्मक समीक्षा : “गामक घर” शून्य स अनंत धरि

November 14, 2019
गांधीजी की छलाह ?

गांधीजी की छलाह ?

October 2, 2019
Next Post

रेलवे स्टेशन क पहिचान बनत मिथि‍ला पेंटिग्स – डीआरएम

बिहार क पहिल डीजल इंजन कारखाना मे उत्‍पादन जून स

औद्योगिक नगर बनल मधेपुरा, शुरु भेल इंजनक निर्माण

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

टटका समाचार

How to Increase Download Speed in uTorrent by Changing Few Settings

How to Stay Anonymous with VPN for uTorrent

Make uTorrent Faster 8 Proven Tips Latest Guide

How to decrease or reduce the upload speed in uTorrent

Run uTorrent on Windows 10 or 11 DEV Community

What is Seeding in Torrenting? Torrent Seeding Explained

Why is bittorrent slow from my home computer?

Download files quickly and easily with uTorrent

How to Install uTorrent Web on Windows? GeeksforGeeks

बेसी पढ़ल गेल

आधुनिक पटनाक निर्माण मे दरभंगा क योगदान

by संपादक
November 9, 2013
14
आधुनिक पटनाक निर्माण मे दरभंगा क योगदान

Read more

बिहार मे फेर बनए लागल विश्वस्तरीय मकान

by संपादक
March 11, 2011
0

Read more

चीनी उद्योग : मिठगर स्‍मरण, तितगर सच्‍चाई

by संपादक
October 10, 2013
5

Read more

सर्वाधिकार सुरक्षित। इसमाद डॉट कॉम मे प्रकाशित सभटा रचना आ आर्काइवक सर्वाधिकार रचनाकार आ संग्रहकर्त्ता लग सुरक्षित अछि। रचना क अनुवाद आ पुन: प्रकाशन वा आर्काइव क उपयोग लेल इ-समाद डॉट कॉम प्रबंधन क अनुमति आवश्यक। प्रबंधक- छवि झा, संपादक- कुमुद सिंह, राजनीतिक संपादक- प्रीतिलता मल्लिक, समाचार संपादक- नीलू कुमारी। वेवसाइट क डिजाइन आ संचालन - जया झा।

हमरा स संपर्क: esamaad@gmail.com

  • मुखपृष्ठ
  • ईपेपर
  • संपर्क

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

No Result
View All Result
  • समाचार
  • समाद विशेष
  • चित्रालय
  • विचार
  • संपादकीय
  • देश-दुनिया
  • फीचर
  • साक्षात्‍कार
  • खेल
  • तकनीक

सर्वाधिकार सुरक्षित © 2007-2019 | esamaad.com

error: कॉपी डिसेबल अछि