प्रितिलता मल्लिक
पटना । नीतीश कुमार देशक किछु एहन नेता मे स छथि जिनकर लक्ष्य बुझब बड कठिन अछि। नीतीशक तात्कालिक फैसला हुनकर दीर्घकालीन सोच क एकटा रणनीति होइत अछि। राष्ट्रपति चुनाव मे सेहो हुनकर राजनीतिक फैसला रणनीतिक हिस्सा थीक।
एहि गप क संकेत नीतीश तखन देलथि जखन राष्ट्रपति चुनाव मे बिहारक बेटी मीरा कुमार क विरोध क चौतरफा आलोचना पर सफाई देबा लेल ओ मीडिया क समक्ष एलाह।
लालू प्रसाद यादव क इफ्तार पार्टी मे पहुंचल नीतीश कहला जे विपक्ष दीर्घकालीन नहि बल्कि तात्कालिक फैसला केलक अछि, जाहि मे जीतक रणनीति नहि अछि। नीतीश क संदेश साफ अछि। नीतीश अगामी लोकसभा चुनाव लेल उम्मीदवार क फैसला चाहैत छथि। नीतीश जनैत छथि जे असली लड़ाई 2019 मे अछि। नरेंद्र मोदी क सामने ढार हेबा लेल विपक्ष कए बैसबाक चाही, मुदा विपक्ष बैसल राष्ट्रपतिक उम्मीदवार लेल। राष्ट्रपतिक उम्मीदवारी सत्ता पक्षक जीत कए सुनिश्चित करैत अछि, एहन मे महज हारबा लेल विरोध मनोबल कए आओर खसाउत।
नीतीश क राजनीति शुरु स रहल जे जीत अगर सुनिश्चित नहि अछि त हारि सुनिश्चित नहि हो। हिंदी जमीन पर मोदी स विधानसभा मे जीतल नीतीश एकमात्र नेता छथि। नीतीश बाकी सब मामला मे अपना कए या त मोदीक बगल मे रखलथि या नेपथ्य मे। पंजाब आ यूपी चुनाव मे नीतीश अपना कए जीत हार स दूर रखलाह। नीतीश एहन कोनो समूह मे अपना कए शामिल नहि करताह जे मोदी स हारि जाये।
नीतीश ताहि लेल अपन बयान मे जोर द कए कहला जे रणनीतिक शुरुआत अगर हार स होएत त जीत कोना होएत। मोदी क राजनीति आक्रामक प्रचार क अछि, एकटा हार कए हुनकर प्रचारक सबस पैघ आ सतत जीत मे बदलि लोक क मन मानस पर स्थापित क देत। नीतीश एहि गप स विपक्ष कए आगाह करैत छथि जे मुख्य लड़ाई स पूर्व अगर एहि प्रकारक हार होएत त जनता मे इ धारना स्थापित क देल जाएत जे इ सब एकजुट भेलाक बावजूद मोदी कए नहि हरा पौलथि। आजुक नहि बल्कि सबदिन राजनीति मे धारना यानी परसेप्सन क बहुत महत्व रहलैक अछि, एहन मे जनताक बीच इ संदेश नहि जेबाक चाहैत चाही।
नीतीश क रोष कांग्रेस पर देखार भेल ओकर मूल कारण सेहो बुझबाक जरुरत अछि। नीतीश कोनो हालत मे राहुल क नेतृत्व मे लोकसभा चुनाव नहि लड़ताह। राहुल क राजनीतिक परसेप्सन मोदी स बेर बेर हारक राजनीतिज्ञक बनि चुकल अछि। कांग्रेस विपक्षी एकता कए राहुलक सूत्र मे बांधबाक जिद क रहल अछि। बिहार क बेटी मीरा कुमार कए उम्मीदवार बना नीतीश कए साधबाक कोशिश कांग्रेस केलक, मुदा नीतीश साफ शब्द मे मीरा कए 2022 लेल उम्मीदवार बनेबाक मांग क लोकसभा लेल रणनीति साफ करबाक चर्च क देलथि। नीतीशक संकेत नेतृत्व स अछि। नीतीश कोनो हाल मे मोदी स हारबा लेल विपक्षी समूह मे शामिल नहि हेताह। नीतीश अपन बाट बना चुकल छथि, मोदीक संग या मोदी क बाद…नीतीश दोसर कोनो फार्मूला पर चिंतन मंथन करबा लेल तैयार नहि छथि। मीरा कुमार क विरोध तात्कालिक विरोध जरुर अछि, मुदा दीर्घकालीन विरोध राहुलक नेतृत्व मे मोदी क खिलाफ मैदान मे उतरबाक अछि, जेकर नीतीश आइ स्पष्ट, धारदार और सख्त लहजा मे उल्लेख क देलथि अछि।