विदेशी कंपनी कए भेटल दूटा रेल इंजन कारखाना लगेबाक टेंडर
मेक इन इंडिया क सबस पैघ सफलता एहि साल शुरु भ जायत कारखाना लेल काज
लालू प्रसाद क विकास विजन कए भेटत मूर्त रूप
पटना । पिछला आठ वर्ष स लंबित मढ़ौरा आ मधेपुरा रेल इंजन कारखाना क निर्माण आब शुरु भ जायत। केंद्र सरकार 40 हजार करोड़ क एहि दूनू परियोजना लेल दूटा विदेशी कंपनी क चयन आखिरकार क लेलक आ हुनका अनुबंध स्वीकृति पत्र द दलक अछि। उल्लेूखनीय अछि जे 2007 मे लालू प्रसाद क रेल मंत्रित्वकाल मे एहि दूनू रेल परियोजना कए स्वीकृति दल गेल छल, मुदा लालू कए पद स हटलाक बाद एहि दिस कोनो रेलमंत्री गंभीरता स दखबाक प्रयास नहि कलथि। भाजपा क सरकार आखिरकार अपन 17 मासक कार्यकाल मे एकर निविदा पास क देलक। आब देश मे रेलवे क पहिल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर आधारित दूनू रेल इंजन कारखाना बिहार मे स्थाआपित भ सकत।
मढ़ौरा डीजल रेल इंजन कारखाना लेल यूएस मल्टीनेशनल जीई कंपनी कए 2,052 करोड़ आ मधेपुरा इलेक्ट्रिक रेल इंजन कारखाना लेल 1,293.57 करोड़ क फ्रेंच कंपनी अलस्तोम स अनुबंध कैल गेल अछि । दस साल मे मढ़ौरा मे 4500 आ 6000 हार्स पावर क 1000 डीजल इंजन तैयार होएत। आतहि मधेपुरा मे 12,000 एचपी क 800 इलेक्ट्रिक इंजन मे स 5टा इंजन आयात कैल जाएत, जखन कि 795 इंजन मधपुरा मे बनत। इ प्रधानमंत्री क मेक इन इंडिया क एखन धरिक सबस पैघ परियाजना मानल जा रहल अछि।
उल्लेाखनीय अछि जे मधेपुरा मे रेल इंजन कारखाना लेल श्रीपुर चकला गांव लग तीन सौ एकड़ जमीन अधिग्रहित क कारखाना निर्माण क दिशा मे विभागीय कार्रवाई पूर्ण कैल गेल अछि। एकर बाद अधिगृहीत जमीन क खाता खेसरा संग कईटा दैनिक पत्र मे गजट सेहो प्रकाशित कैल गेल अछि। करीब सौ गोटे कए मुआवजा सेहो देल जा चुकल अछि। ग्रीन फील्ड विद्युत रेल इंजन कारखाना क चीफ इंजीनियर राजेश कुमार क मानी त अगिला वित्त वर्ष क शुरुआत मे रेल इंजन कारखाना निर्माण क कार्य शुरू भ जाएत। जमीन अधिग्रहण लेल जिला प्रशासन दिस स मांगल गेल राशि रेल मंत्रालय पठा देलक अछि। प्रभारी जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अरूण कुमार झा कहला जे रेल इंजन कारखाना लेल जमीन अधिग्रहण क काज काफी समय स चलि रहल छल। युद्ध स्तर पर तैयारी क भूमि अधिग्रहण क रूपरेखा तैयार करैत एस्टीमेट क निर्माण सेहो क लेल गेल छल। भूमि अधिग्रहण मे भू-स्वामी सबहक करीब 58 करोड़ टका मुआवजा स्वरूप देल जाएत।
ई बात तँ ठीक कि मधेपुरा विद्युत रेल ईञ्जन कारखानाक बात आगू बढ़ल ।
पर ई बात नञि बुझबामे आबि रहल अछि कि सौंसे भारतमे कारखाना फोलबाक लेल रेल मन्त्रालय लग अप्पन पूँजी – पगहा छै पर बिहारक लेल आ ताहूमे मिथिलाक नाम पर ई पूँजी – पगहा आ उन्नत देशी तकनीक कतए अलोपित भ जाइत छै ।……………………. ई परियोजना प्राइवेट कम्पनीकेँ किएक देल गेल अछि ।